Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में दुर्ग (Durg) जिले में भारत का सबसे जहरीला सांप रसेल वाइपर(Russell Viper) मिला है। भिलाई के ढांचा भवन इलाके में इस जहरीले सांप को रेस्क्यू कर जंगल में छो़ड़ा गया। जिस घर में यह सांप मिला, उसे लेकर परिवार काफी डर गया था। सांप को पकड़ने घर के लोगों ने पुलिस के हेल्पलाइन नंबर (Police Helpline Numbers) डायल 112 में फोन कर मदद मांगी। अपराधियों को पकड़ने वाली पुलिस ने स्नेक कैचर से संपर्क किया और फिर सांप को रेस्क्यू कर जंगल में छुड़वा दिया। सांप के रिहायशी इलाके में मिलने से लोग काफी डर गए। यह सांप खेती वाले स्थानों पर ज्यादा मिलता है। स्नेक रिलीफ फाउंडेशन ने लोगों से आग्रह किया कि कभी भी सांप दिखे तो उससे छेड़छाड़ न करें।
स्नेक कैचर राजेश राजा कुमार ने बताया कि भिलाई के ढांचा भवन क्षेत्र में रेस्क्यू किया गया सांप बेहद खतरनाक है। यह रसेल वाइपर है। इसे भारत में सबसे ज्यादा जहरीला प्रजाति का सांप कहा जाता है। इस सांप के काटने से एक घंटे के अंदर इंसान की मौत हो जाती है। राजा ने बताया कि कोबरा के जहर में नियो टॉक्सिन होता है, जबकि रसेल वाइपर के जहर में होमो टॉक्सिन होता है। यह खून को बर्फ की तरह जमा देता है, जिससे काटने वाले शख्स की मौत हो जाती है। अगर कोई सर्प काटे तो बैगा-गुनिया के चक्कर में बिल्कुल न पड़ें और जितनी जल्दी हो सीधे जिला अस्पताल जाएं। स्नेक राजा ने बताया कि सांप सामान्य तौर पर अंडे देते हैं और उन्हें सेते हैं, लेकिन रसेल वाइपर प्रजाति के सांप अपने शरीर के अंदर ही अंडों को सेते हैं।
जहर ऐसा की घंटे भर में इंसान की मौत
स्नेक कैचर राजा बताते हैं कि भारत के टाप-5 विषैले सांपों छत्तीसगढ़ में करैत बहुतायत मिलते हैं। करैत की दो प्रजातियां जिले में है। दूसरे नंबर पर कोबरा भी यहां हैं। कोबरा को नाग भी कहा जाता है। तीसरा रसेल वाइपर है। इन सांपों में इतना विष होता है कि काटने के एक घंटे बाद भी मौत हो सकती है। यह काटते वक्त विष निकलने पर निर्भर करता है। राजा ने बताया कि डायल 112 पेट्रोलिंग टीम का फोन आया था। तुरंत मौके पर पहुंचा। देखा तो सांप रसेल वाइपर निकला। सांप लोगों को देखकर अटैकिंग मोड में था। सभी को पहले दूर किया और फिर रेस्क्यू कर उसे जंगल में छोड़ दिया।