31 जुलाई 2022 को दुनिया ( world)के मोस्ट वॉन्टेड टेररिस्ट अल जवाहिरी को काबुल में मार गिराया गया। हैरानी की बात यह रही कि जवाहिरी पर इस हमले की भनक न अफगानिस्तान को लगी और न ही उसकी सीमा से लगते किसी देश को।
अब भारत भी इस ड्रोन को खरीदने की तैयारी कर रहा है। इसे तैयार करने वाली कंपनी जनरल एटॉमिक्स ग्लोबल कॉरपोरेशन के मुख्य कार्यकारी डॉक्टर विवेक( doctor) लाल ने कहा है कि खरीददारी को लेकर बातचीत अंतिम दौर में है।
तीनों सेना के बेड़े में MQ-9B ड्रोन को तैनात करना चाहता
भारत थल, जल और वायु तीनों सेना के बेड़े में MQ-9B ड्रोन को तैनात करना चाहता है। इसके लिए करीब 23.96 हजार करोड़ यानी 3 बिलियन डॉलर की लागत से ड्रोन को खरीदने की बातचीत हो रही है। भारत फिलहाल 30 MQ-9B ड्रोन खरीदना चाहता है।
2001 में पहली बार MQ-9 रीपर ने भरी थी उड़ान
अमेरिकी कंपनी जनरल एटॉमिक एयरोनॉटिकल के मुताबिक 2001 में MQ-9A ड्रोन ने पहली बार उड़ान भरी थी। इस ड्रोन का अपडेटेड वर्जन ही MQ-9B है। 2000 के बाद अमेरिकी सेना को चालक रहित एक ऐसे एयरक्राफ्ट की जरूरत हुई, जिसे रिमोट से कंट्रोल किया जा सके। इसी के फलस्वरूप MQ-9A बना था। यह लगातार 27 घंटे तक उड़ान भर सकता था।