इंडियन नेवी और डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) ने मंगलवार को वर्टिकल लॉन्च( शॉर्ट रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह( rajnath singh) ने डीआरडीओ, भारतीय नौसेना और इससे जुड़ी टीमों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह मिसाइल भारतीय नौसेना के लिए फोर्स मल्टीप्लायर साबित होगी। यह टेस्ट भारतीय नौसेना के वॉरशिप से किया गया है। इस दौरान मिसाइल ने टारगेट को बीच रास्ते में तबाह कर दिया। VL-SRSAM को DRDO ने डिजाइन और विकसित किया है।
40 से 50 KM की दूरी पर कर सकती है हमला
यह अपनी स्पीड, एक्यूरेसी और फायर पॉवर( fire power) के लिए जानी जाती है। VL-SRSAM को 40 से 50 किमी की दूरी पर और लगभग 15 किमी की ऊंचाई पर हमला करने के लिए डिजाइन किया गया है।
360 डिग्री घूमकर कर सकती है दुश्मन का खात्मा
VL-SRSAM की खासियत यह है कि यह 360 डिग्री घूमकर दुश्मन का खात्मा कर सकती है। इस टेस्टिंग की निगरानी डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट लेबोरेट्री (DRDL), रिसर्च सेंटर इमारत (RCI), हैदराबाद ( hyderabad)और आर एंड डी इंजीनियर्स, पुणे के सीनियर साइंटिस्ट ने की, जिन्होंने इसे डिजाइन और बनाने में DRDO की मदद की है।
स्पीड और फायर पावर के लिए मशहूर
ये मिसाइल इतनी खतरनाक है कि आने वाले अलग-अगल तरह के हवाई खतरों को तेजी से नष्ट कर सकती है। इसकी स्पीड और फायर पावर इतना घातक है कि यह रडार की पकड़ में भी नहीं आएगी। इसका वजन 154 किलोग्राम है। इसकी लंबाई करीब 12.6 फीट है।