गरियाबंद- छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन प्रातीय आह्वान पर दो सूत्रीय मांगो को लेकर 22 अगस्त से प्रांरभ हुई अनिश्चितकालीन हडताल का चौथे दिवस मशाल रैली के साथ गांधी मैदान से तिरंगा चौक गरियाबंद तक हडताली कर्मचारी अधिकारी ओजस्वी नारो के ध्यानाकर्षण का प्रयास किया गया।
जिला संयोजक गरियाबंद प्रदीप कुमार वर्मा ने बताया कि जिला गरियाबंद अंतर्गत ब्लॉक संयोजक गरियाबंद मनोज कुमार खरे की अगुवाई में के साथ-साथ छुरा ब्लॉक संयोजक एम.आर.खान, मैनपुर ब्लॉक संयोजक मुकेश साहू, देवभोग ब्लॉक संयोजक बहादुर लाल कश्यप, फिंगेश्वर ब्लॉक संयोजक शिवकुमार सिन्हा, के कुशल नेतृत्व में मशाल रैली धरना स्थल से रैली का रूप से निर्धारित स्थल तक पैदल मार्च कर नारो के साथ दो सूत्रीय मांग को लेकर राज्य शासन का ध्यानाकर्षण किया गया है व मशाल जलाकर एक जुठता का प्रमाण दिया गया है ंविभिन्न संघठनों के जिला प्रमुख व शिर्षस्थ नेतृत्वकर्ता के साथ साथ कर्मचारी अधिकारियों ने मशाल रैली निकालने के पूर्व अपनी महंगाई के पीडा स्वरूप दो सूत्रीय मांग को लेकर गीत कविता के माध्यम से सरकार तक अपनी बातो को पहुचाने का प्रयास किया गया । हडताल के चतुर्थ दिवस अनिश्चित कालीन हडताल में महासचिव बसंत त्रिवेदी, ब्लॉक संयोजक गरियाबंद मनोज खरे, लखन साहू तेजेश शर्मा तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ एन के वर्मा महेष्वर दुबे शिक्षक संघ कुबेरनाथ मेश्राम संयुक्त शिक्षक संघ, भगवान चंद्राकर सचिव डिप्लोमा इंजीनियरिंग एसोसिएशन संतोष साहू जिलाध्यक्ष डिप्लोमा इंजीनियरिंग एसोसिएशन लिपिक संघ सुदामा ठाकुर पन्ना देववंशी बसन्त मिश्र शशिकांत नेकेड कारी जिला अध्यक्ष अधीक्षक छात्रावास अधीक्षक संघ उमाशंकर साहू जिला अध्यक्ष सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी संघ रेख राज यादव गोपेश्वर गजेंद्र दीपेश साहू तरुण कश्यप, जितेंद्र यादव वाहन चालक संघ वाय के साहू जिला अध्यक्ष कृषि विभाग संघ नीलमणी दुबे ख्याति कंवर मेडम कनिष्ठ प्रशासनीक सेवा संध, लीला धर तारक प्रवेश शेंडे सुभाष देवांगन जी न्यायालिन कर्मचारी संघ पर्यवेक्षक संघ रजिया बंजारे मेडम स्वस्थ्य कार्यकर्ता संघ सुरेखा तिवारी जी लघुवेतन कर्मचारी संघ हरिअर्जुन यादव दुर्गा दीक्षित वन कर्मचारी संघ पंचायत सचिव संघ होरीलाल शर्मा अनुज ठाकुर, रेंजर्स एशोसिएशन से राकेश साहू अशोक भट्ट पुरषोत्तम चंद्राकर नगरीय निकाय के साथ साथ विभिन्न संघठनों के सदस्य भारी संख्या में उपस्थित रहें