जगदलपुर/ टाइम्स ऑफ बस्तर की ओर से वीर सावरकर भवन में दिनांक 27 अगस्त को गायक स्व. मुकेश चंद्र माथुर की 46वीं पुण्यतिथि पर बिलासपुर से आए पार्श्व गायक अंचल शर्मा एवम स्थानीय कलाकारों ने मुकेश के नगमे प्रस्तुत कर उन्हें स्वरांजलि दी।बस्तर सांसद दीपक बैज के मुख्य आतिथ्य एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन की अध्यक्षता, कांग्रेस शहर जिलाध्यक्ष राजीव शर्मा एवम चेंबर अध्यक्ष मनीष शर्मा के विशिष्ट आतिथ्य में आयोजित एक प्यार का नगमा है कार्यक्रम में अंचल शर्मा द्वारा 18 से अधिक एकल व युगल गाने गाए गए जो एक से बडकर एक थे।
आयोजक महेंद्र महापात्र एवम महेश ठाकुर ने बताया कि आयोजन का उद्देश्य संगीतप्रेमियो को अच्छी गायकी का आनंद दिलाना एवम संगीत संध्या के माध्यम से स्व. मुकेश माथुर को श्रदांजलि देना है।अपने निराले अंदाज से उन्होंने दर्शको को मंच से जोड़ा और देर रात तक अपनी सदाबहार गायकी से उन्हें कुर्सी से बांधे रखा। पूरा आडिटोरियम दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था। अंचल ने भिलाई से आए डॉल्फिन म्यूजिकल ग्रुप ऑर्केस्ट्रा के साथ एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी।उनके साथ आए उनकी पत्नी, बेटा एवम बेटी के साथ एक ही धुन पर चारों ने अपनी गायकी की अनोखी प्रस्तुति देकर दर्शकों का दिल जीत लिया। दर्शकों की ओर से आ रहे गाने की फरमाइश को सहजता से स्वीकार करते और मुकेश की आवाज में बखूबी गाते गए। कार्यक्रम के समाप्त होते ही दर्शक मंच पर पहुंच गए और उनके साथ फोटो खिंचाने की होड़ लग गई।
जाते जाते अंचल ने कहा बस्तर और बस्तरवासियों का उन्हें अपार स्नेह मिला वो बार बार बस्तर आना चाहेंगे।
स्वर संगीत म्यूजिकल ग्रुप ने भी दिया अपनी श्रद्धांजली
वहीं स्वर संगीत म्यूजिकल ग्रुप के कलाकरों ने स्थानीय सिरहासार भवन के नजदीक बने शहीद स्मारक के पास महान गायक मुकेश को श्रद्धांजली दी गई । पार्श्वगायक मुकेश की 46 पुण्यतिथि पर शहर के शहीद स्मारक के सामने स्वर संगीत म्यूजिकल ग्रुप के सदस्यों एवं गायक कलाकारों ने महान गायक सम्राट स्व.मुकेश चंद्र माथुर को श्रद्धांजलि दी गई ।
महान गायक मुकेश की स्मृति में शहर के प्रतिष्ठित कलाकारों का मोमेंटो व बुके देकर सम्मान किया गया । जिसमें अफजल अली, दीपक वाधवानी, राजेश सिंह, राजेश महंत, विश्वजीत साहा, बलराज शर्मा, वर्षा देवगुण, वंदना पॉल, एम.बी. मंजूषा, शर्मिष्ठा विश्वास शामिल थे ।
बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष मनीष शर्मा ने कहा एक मखमली आवाज जो कभी दिल के पार गुजर गई तू कभी दर्द बनकर दिल में ही उतर गई ऐसे ही एक आवाज थी । दिग्गज गायक मुकेश की जिनके गीत आज भी सदाबहार कहीं जाते हैं। स्वर संगीत म्यूजिकल ग्रुप को इस कार्यक्रम के लिए बधाई देता हूं। सुधीर जैन ने कहा मुकेश की आवाज में एक अजीब सी राहत थी जिससे सुनने वाला मंत्र मुग्ध हो जाता था। सुरेश गुप्ता ने कहा मुकेश ने बहुत से अभिनेताओं के गाने गाए थे लेकिन राज कपूर पर उनकी आवाज सबसे ज्यादा जचती थी।
गायक कलाकार अफजल अली ने कहा फिल्म आवारा, मेरा नाम जोकर, श्री 420, संगम जैसी कई फिल्मों के लिए गाने गाए थे। सब कुछ सीखा हमने, मेरा जूता है जापानी, कभी कभी मेरे दिल में, सावन का महीना, महबूब मेरे जैसे गाने उनके गाने आज भी लोगों के दिलों में बसते हैं।
कार्यक्रम का संचालन स्वर संगीत म्यूजिकल ग्रुप के सदस्य संग्राम सिंह राणा ने किया ।
इस कार्यक्रम में पार्षद दिगंबर राव, शशि नाथ पाठक, ऋषि भटनागर, मंजू पॉल, संगीता सिंह, दामोदर कुमार, सुरेश जैन, मनोज महापात्र, राजेश मिश्रा, सुरेश कश्यप, प्रेम सेठिया, मनीष मूलचंदानी, हरीश पराशर सहित स्वर संगीत ग्रुप के सदस्य एवं जगदलपुर के गणमान्य नागरिक मौजूद थे।