रायपुर। Jharkhand Political Crisis रायपुर के मेफेयर रिसोर्ट में स्र्के झारखंड के विधायकों ने गुरूवार देर शाम पत्रकारवार्ता करके बताया कि हेमंत सोरेन सरकार स्थिर है। मुख्यमंत्री ने इस्तीफा नहीं दिया है। भारी सुरक्षा के बीच सत्ताधारी दल के विधायक स्टीफन मरांडी, दीपिका पांडे, सुदिव्य सोनू, भूषण बाड़ा, झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने संयुक्त पत्रकारवार्ता में झारखंड सरकार के जनता के हित में लिए फैसलों की जानकारी दी।
मीडिया ने जब यह सवाल किया कि क्या विधायक बिकते हैं, लोकतंत्र में चुने हुए प्रतिनिधि क्या पैसे से बिक जाते हैं। इस पर स्टीफन मंराडी ने कहा कि महाराष्ट्र में क्या हुआ, पता है कि नहीं। दीपिका पांडेय ने कहा कि आपके घर में चोरी का डर होगा तो अपने घर का ताला मजबूत करेंगे कि नहीं। हम लोग बहुमत की सरकार को बचाना चाहते है और यह हमारा अधिकार है कि हम लोकतंत्र की रक्षा करें। झारखंड में हम 50 से ज्यादा विधायक हैं, लेकिन हमें अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है, जो शर्मनाक है। विधायक सुदिव्य सोनू ने कहा कि खरीदने वालों की आंख में आंख डालकर सवाल पूछने की ताकत है। वो जो थैलियों में पैसे लेकर घूम रहे हैं, क्या उनसे पूछने की ताकत है।
छत्तीसगढ़ आने के सवाल पर दीपिका ने कहा कि हम अपनी प्राइवेसी के लिए यहां आए हैं। हम अपने दम पर रहने वाले लोग हैं। आपको सोचना चाहिए कि आखिर क्या मजबूरी है कि विधायकों को यहां आना पड़ रहा है। यह सवाल तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से पूछतना चाहिए। हम गंभीर विधायक हैं। आज हमें तोड़ने का प्रयास हो रहा है। हम अपनी एकजुटता को दिखाने के लिए यहां आए हैं। भाजपा ने आरोप लगाया कि झारखंड के विधायक यहां पिकनिक मना रहे हैं।
इस पर दीपिका ने कहा कि भाजपा के लोगों को कुछ भी कहने का अधिकार नहीं है। महाराष्ट्र में भी जो हुआ, उस पर भाजपा से सवाल पूछना चाहिए। हम यहां हैं, लेकिन प्रदेश में जनहित के काम हो रहे हैं। आज कैबिनेट में जो फैसले लिए गए, उससे झारखंड की जनता खुशी मना रही है। हम उनकी खुशी में शामिल नहीं हो पा रहे है। आज हम आपके सामने यह बताने आए हैं कि हम सब एक है, हम सब एकता दिखाने के लिए आए है।
मुख्यमंत्री ने नहीं दिया है इस्तीफा
विधायक स्टीफन मरांडी ने कहा कि मीडिया में यह प्रचारित किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस्तीफा दे दिया। मुख्यमंत्री ने इस्तीफा नहीं दिया है। झारखंड में अभी भी हमारी सरकार है और मुख्यमंत्री रोज फैसले ले रहे हैं। हम सरकार में रहकर केंद्र सरकार की सभी स्कीमों पर काम कर रहे हैं, इसके बाद भी केंद्र सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है। सवाल यह है कि देश में परिस्थियां क्या बनाई जाती है, ईडी आइटी का डर दिखाया जाता है। हम डरने वाले नहीं हैं।