नई दिल्ली। BIG NEWS अफगानिस्तान (Afghanistan) के हेरात (Herat) की गुजरगाह मस्जिद (Guzargah mosque) में आज जुमे की नमाज के दौरान जोरदार धमाका हुआ। धमाके में तालिबान समर्थक मस्जिद का इमाम मुजीब रहमान अंसारी (Mujeeb Rahman Ansari) मारा गया और कई नागरिकों की मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने मीडिया को बताया कि धमाके में 20 लोगों की मौत हो गई, जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। हेरात सुरक्षा विभाग के प्रवक्ता महमूद शाह रसूली ने कहा कि घायलों को इलाज के लिए प्रांतीय अस्पताल में ले जाया गया है।
किसने कराए धमाके?
अधिकारियों ने मस्जिद के इमाम की मौत की पुष्टि की है, हालांकि मौत के बाकी आंकड़े को लेकर आधिकारिक जानकारी आना बाकी है. तालिबान के एक प्रवक्ता ने कहा कि हेरात में दो धमाके हुए। धमाके का कारण आत्मघाती हमला बताया गया है। अफगानिस्तान की मस्जिद में हुए धमाके को लेकर फिलहाल किसी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है। इस्लामिक अमीरात के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिदी ने अंसारी की मौत पर ट्वीट के जरिये दुख जताया है और कहा है कि हमले के लिए जिम्मेदार दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. धमाके में जिस इमाम की मौत हुई है, उसे सुनने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचते थे। आज चूंकि जुमे की नमाज का मौका था इसलिए मस्जिद में बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे।
पिछले महीने भी एक मस्जिद में हुआ था विस्फोट
पिछले 18 अगस्त को काबुल की सादिक अकबर मस्जिद में धमाका हुआ था, जिसमें 21 लोग मारे गए थे और 33 लोग जख्मी हो गए थे. धमाका शाम के वक्त हुआ था जब कई लोग इबादत के लिए मस्जिद में मौजूद थे. अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने ट्विटर पर धमाके की निंदा करते हुए लिखा था कि यह मानवीय और इस्लामी मूल्यों के खिलाफ है।
पीड़ितों के परिजनों ने सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए थे. उनका कहना था कि शहर में जो लोग हैं, पता नहीं कि वे वापस घर लौटेंगे भी या नहीं. काबुल सुरक्षा विभाग के प्रवक्ता खालिद जादरान ने कहा था कि सुरक्षा बल अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाएंगे।