रायपुर। Ins Vikrant मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने INS Vikrant के सपने को साकार करने के लिए वर्षों तक कड़ी मेहनत करने वाली भारतीय नौसेना (Indian Navy), नौसेना डिजाइन ब्यूरो और कोचीन शिपयार्ड को बधाई दी है। भारत का पहला स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत भारत की समुद्री सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में देश में निर्मित पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत शुक्रवार को भारतीय सेना के हवाले कर दिया। यह भारत देश के लिए किसी बड़े गौरव से कम नहीं है। कोचीन शिपयार्ड में 20 हजार करोड़ रुपये की लागत से बने इस स्वदेशी आईएनएस के निर्माण में बीएसपी का सहयोग भी बड़े गौरव की बात है। इस स्वदेशी विमानवाहक पोत में तीन महीने के लिए दवाइयां और सर्जरी में उपयोग आने वाले उपकरण उपलब्ध होंगे।
पोत पर तीन रसोई होंगी, जो इसके चालक दल के 1,600 सदस्यों के भोजन की जरूरतों को पूरा करेंगी। पोत 262 मीटर लंबा और 62 मीटर चौड़ा है और इसकी अधिकतम गति 28 नॉट है। विक्रांत में करीब 2200 कंपार्टमेंट हैं। ये सभी इसके चालक दल के करीब 1,600 सदस्यों के लिए हैं। इसमें महिला अधिकारी और नाविक भी शामिल हैं।