Lufthansa Flight Cancel: दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर जर्मनी की लुफ्थांसा एयरलाइंस के यात्रियों ने हंगामा खड़ा कर दिया. इस जर्मन एयरलाइंस के पायलटों ने सैलरी को लेकर पूरी दुनिया में एक दिन की हड़ताल की हुई है. इस वजह से लुफ्थांसा एयरलाइंस की 800 फ्लाइट्स रद्द भी हो गई हैं. इस वजह से 1,30,000 यात्रियों को मु्श्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
आईजीआई एयरपोर्ट पर भी एयरलाइंस के पायलटों ने उड़ान भरने से मना कर दिया. दिल्ली से एक फ्लाइट फ्रैंकफर्ट और दूसरी जुरिक के लिए टेकऑफ होनी थी. पायलटों के मना करने के बाद कई यात्रियों की टिकट रद्द हो गईं, जिसके बाद यात्रियों ने हंगामा खड़ा कर दिया. सूचना मिलते ही पुलिस, सीआईएसएफ के जवान और आईजीआई एयरपोर्ट प्रशासन मौके पर पहुंचा और स्थिति को संभाला.
आईजीआई एयरपोर्ट ने डीसीपी ने कहा, फ्रैंकफर्ट और म्यूनिख जाने वाली 2 लुफ्थांसा उड़ानें रद्द होने के कारण अपने रिश्तेदारों के लिए पैसे या वैकल्पिक उड़ानों की मांग को लेकर टर्मिनल 3 पर रात 12 बजे डिपार्चर गेट नंबर 1 के सामने मेन रोड पर लगभग 150 लोगों की भीड़ जमा हो गई. भीड़ जमा होने के कारण ट्रैफिक स्लो हो गया. आईजीआई एयरपोर्ट ने सीआईएसएफ के साथ मिलकर स्थिति को संभाला. यात्रियों के लिए एयरलाइंस द्वारा वैकल्पिक इंतजाम किए जा रहे हैं.
यूनियन ने अपने 5,000 से अधिक पायलटों के लिए इस साल 5.5 प्रतिशत वेतन वृद्धि और उसके बाद एक स्वत: महंगाई मुआवजे की मांग की है. लुफ्थांसा को इस साल वेतन को लेकर सिक्योरिटी वर्कर्स और ग्राउंड स्टाफ की ओर से कई बार हड़ताल का सामना करना पड़ा है. एयरलाइन को जुलाई में जर्मनी की शक्तिशाली वर्डी यूनियन की ओर से बुलाए गए एक दिवसीय वाकआउट का सामना करना पड़ा, जिससे फ्रैंकफर्ट और म्यूनिख में घरेलू केंद्रों पर इसकी उड़ानें प्रभावित हुईं. लुफ्थांसा ने 18 महीने की अवधि में दो चरणों में हर महीने मूल वेतन में कुल 900 यूरो ($901.35) अधिक की पेशकश की है और साथ ही कॉकपिट कर्मचारियों को न्यूनतम फ्लीट साइज की गारंटी देने वाला एक समझौता किया है.