सीएमआईई केआंकड़ा से खुला ये राज़
भाजपा बेरोजगारी के मुद्दे पर छत्तीसगढ़ सरकार को घेरने की कोशिश तो कर रही है लेकिन मोदी सरकार का इसमें उचित सहयोग नही मिलने की कारण खूद ही घिरती दिखाई दे रही है, क्योकि सीएमआईई यानि सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनॉमी संगठनके आंकडे बता रहे है कि छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर डबल इंजन शासित वालें राज्यों की तुलना में बहुत कम है।
मोदी सरकार का सीएमआईई का आंकड़ा बता रहा है कि छत्तीसगढ़ में बेरेाजगारी दर 0.4 प्रतिशत है तो वहीं गुजरात में बेरोजगारी दर 2.6 तो हरियाणा में 37.3, हिमालच प्रदेश में 7.3 तो जम्मू कश्मीर में 32.8 प्रतिशत है। छत्तीसगढ़ में अप्रैल मई में भी बेरोजगारी दर 0.6 प्रतिशत रही है, मोदी सरकार के आंकडों में छत्तीसगढ़ सरकार की बेरोजगारी दर एक प्रतिशत से कम होना निश्चित ही एक बड़ी उपलब्धि है ।
इसके बाद भी भाजपा बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरकर अपनी परेशानी ही बढ़ा रही है,रोजगार के मामले पर छत्तीसगढ़ सरकार डबल इंजन सरकार से कई गूना आगे है ।
मोदी सरकार ने बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे को देश की राजनीति से पूरी तरह से खत्म कर दिया लेकिन बिहार में भाजपा सत्ता से बाहर होने के बाद इस मुद्दे की चर्चा फिर से होने लगी है। छत्तीसगढ़ में भाजपा विपक्ष में होने के कारण छत्तीसगढ़ सरकार को बेरोजगारी के मुद्दे पर घेरने की कोशिश करके बेरोजगारों में अपनी पैठ जमाने की कोशिश कर रही है लेकिन मोदी सरकार का इस मुद्दे पर सहयोग नही मिल पाने के कारण भाजपाई नेता परेशान है। ताकतवर मोदी सरकार का सीएमआईई ( CMII) का आंकड़ा बता रहा है कि बेरेाजगारी के मामले पर छत्तीसगढ़ सरकार में बेरोजगारी दर मात्र 0.4 प्रतिशत ही है, जबकि डबल इंजन वाले राज्यों में बेरोजगारी दर छत्तीसगढ़ की तुलना में बहुत ज्यादा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुजरात मांडल भी कम से कम बेरोजगारी दर के मामले पर छत्तीसगढ़ से पीछे होने के बाद भी भाजपाई बेरोजगारी के मुद्दे पर छत्तीसगढ़ सरकार को घेर कर कही ना कही अपनी फजीहत ही करा रहे है।
भूपेश सरकार की नरवा,गुरवा घुरवा बाड़ी योजना के साथ ही गोबर खरीदी और गौमूत्र खरीदी योजना से लोगों को लाभ मिला है, भाजपा इन योजनाओं पर सवाल उठा रही थी लेकिन इन योजनाओ की मोदी सरकार तारीफ कर रही है
इसलिए बेरोजगारी दल के मामले पर छत्तीसगढ़ गुजरात को भी पीछे छोड़ दिया है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि भाजपाई राज्य सरकार पर झूठे आंकडे देने का आरोप लगा रहे है लेकिन मोदी सरकार को बेवकूफ बनाना आसान काम है? यह ऐसा सवाल है जिसका जवाब भाजपाई को राज्य की जनता को बताना चाहिए? क्योकि भाजपाई ही मोदी सरकार को देश की अब तक की सबसे ताकतवर सरकार की संज्ञा देते है।
45 वर्षों से डाटा तैयार कर रही
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनॉमी संगठन 45 वर्षों से भारतीय अर्थव्यवस्था विदेशी मुद्रा, कृषि, उद्योग आदि क्षेत्रों में सतत अध्ययन करके डेटाबेस का निर्माण करता आया है और इसके द्वारा जारी आंकड़ों को प्रामाणिक माना जाता है.