रायपुर। महंगाई, बेरोजगारी और जीएसटी में वृद्धि जैसे जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की मोदी सरकार के खिलाफ हल्ला बोल रैली में छत्तीसगढ़ से सीएम भूपेश बघेल प्रदेश के करीब चार हजार कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ शामिल हुए। सीएम के साथ प्रदेश के छह मंत्री भी में उनके साथ कांग्रेस की रैली में शामिल हुए। इस दौरान सीएम भूपेश बघेल ने मीडिया से बातचीत में कहा, राहुल जी के नेतृ्त्व में महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ जो हल्ला बोल का आयोजन हुआ है, देशभर से लोग आए हैं। देश में महंगाई और बेरोजगारी से लोग त्रस्त हैं। मुझे लगता है कि भारत सरकार इसे संज्ञान में लेगी और लोगों को महंगाई से राहत देगी। इसकी अगुवाई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी करेंगे। इस हल्ला बोल रैली को संबोधित करेंगे।
पिछले पांच दिनों से रायपुर के मेफेयर रिसोर्ट में ठहरे झारखंड के विधायकों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, मैं बचाने वाला कौन होता हूं? वे खुद आए हैं, वे हमारे मेहमान हैं। बतादें कि इस रैली में सीएम भूपेश बघले सहित प्रदेश के छह मंत्री शामिल हुए, जबकि टीएस सिंहदेव सहित छह मंत्री इसमें शामिल नहीं हुए। इसके अलावा प्रदेश के करीब चार हजार कांग्रेस कार्यकर्ता भी दिल्ली की रामलीला मैदान में आयोजित इस रैली में शामिल हुए।
मालूम हो कि रैली को उनके अलावा राजस्थान व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों सहित पार्टी के दूसरे वरिष्ठ नेता भी संबोधित करेंगे। रैली में देश भर के पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल होंगे। कांग्रेस पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री व मीडिया प्रभारी जयराम रमेश, अजय माकन सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने रैली से जुड़ी जानकारी दी। यह रैली पार्टी के पिछले कुछ सालों के सबसे बड़े जनसंपर्क अभियान ‘भारत जोड़ो यात्रा” पर निकलने से ठीक पहले हो रही है।
पार्टी का मानना है कि इससे देश भर के लोगों की नब्ज टटोलने और जुड़ाव बढ़ाने में मदद मिलेगी। जयराम रमेश का कहना है कि कांग्रेस महंगाई को लेकर लगातार सरकार को घेर रही है। अगस्त महीने में भी कांग्रेस ने संसद के भीतर और बाहर प्रदर्शन किया था। भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से कश्मीर तक करीब 35 सौ किमी चलेगी। हल्ला बोल रैली की सफलता वस्तुत: कांग्रेस के खुद के आत्मविश्वास और दूसरों के साथ के लिए भी जरूरी है। यही कारण है कि इसकी तैयारी में कांग्रेस ने ताकत झोंक दी है। कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव की घोषणा के बाद राहुल की यह पहली सार्वजनिक सभा होगी। रैली की सफलता का असर अध्यक्ष चुनाव पर भी दिख सकता है।