नई दिल्ली । मां ममता की मूरत होती है लेकिन एक अजीबो-गरीब मामले में मां ने अपनी लाड़ली बिटिया के सहपाठी की हत्या इसलिए कर दी कि वह उसकी बिटिया से पढ़ाई में आगे निकल रहा था। मनोवैज्ञानिक और समाजशास्त्री अब विश्लेषण कर रहे हैं कि क्या कोई मां संतान के प्रेम में वशीभूत होकर हिंसक भी सकती है?
मां की इस हिंसात्मक प्रवृत्ति का उसकी नाबालिग संतान के बालसुलभ मन पर क्या असर पड़ेगा, यह भी अध्ययन का विषय हो सकता है। प्रश्न यह भी कि क्या मां संतान के अंधे प्रेम में हिंसक बनी या उसके अवचेतन मन में हिंसा के और कोई कारण पहले से घर किए हुए बैठे थे?
पुडुचेरी के कराईकल में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां 8वीं की छात्रा की मां ने उसके सहपाठी को जहर देकर मार डाला, जिसने परीक्षा में टॉप किया था। मृतक बाला मणिकंदन कराईकल के एक निजी स्कूल में पढ़ता था। पुलिस ने आरोपी विक्टोरिया सहयारानी को गिरफ्तार कर लिया है।
कराईकल पुलिस के मुताबिक महिला को बाला से जलन होती थी, जिसने उसकी बेटी को दूसरे स्थान पर धकेलते हुए क्लास में टॉप किया था। बाला अपने पिता राजेंद्रन और मां मालती के साथ कराईकल की नेहरू कॉलोनी में रहता है।
पुलिस ने बताया कि विक्टोरिया सहयारानी शनिवार को स्कूल पहुंची और लड़के को कोल्डड्रिंक भेंट की थी। घर पहुंचने के बाद लड़के को लगातार उल्टियां होने लगी और उसने माता-पिता से कहा कि उसे विक्टोरिया ने कोल्डड्रिंक पिलाई है।
लड़के के परिजन उसे तुरंत अस्पताल ले गए लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि कोल्डड्रिंक में जहर मिला हुआ था और जानबूझकर बाला को मारने के लिए दिया गया था। विक्टोरिया सहयारानी को न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुराणों में लिखा है- असुरों का नाश करने धरती पर आई मां, प्रेम का अंत करने नही
इस खबर के अंत में ऐतिहासिक विवरण से यह बताना जरूरी है कि मां का जन्म कैसे हुआ। पुराणों में लिखा है कि मानव ही नहीं, देवता भी असुरों के अत्याचार से परेशान हो गए थे।
तब देवताओं ने ब्रह्माजी से समाधान मांगा। उन्होंने कहा- दैत्यराज का वध कुंवारी कन्या के हाथों ही हो सकता है। इसके बाद सभी देवताओं ने अपने तेज को एक जगह समाहित किया और इस शक्ति से देवी का जन्म हुआ।
मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा का भी विधान मन के असुर को मारने के लिए ही किया गया है। मां असुरों का नाश करने तो हिंसक हो सकती है पर प्रेम में हिंसक नहीं हो सकती।
घटना देश के किसी सुदूर इलाके में जरूर हुई है लेकिन इसके अध्ययन और विश्लेषण के जो भी परिणाम सामने आएंगे, उनका सार्वजनिक होना इसलिए भी जरूरी है कि उनकी हिंसा के साथ मां जुड़ा है जबकि वह ममता का प्रतिरूप है