बिलासपुर :आधारशिला अकादमी द्वारा आयोजित शिक्षक दिवस परलाइफ कोच एवं भूशाला की संस्थापक हैं लिपिक मित्रा ने कहा बच्चे बीज की तरह है उनका पोषण कर उनके व्यक्तित्व को आकार देना हमारा काम है। इस अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में योगदान देने वाले प्रबुद्धजन और निजी व शासकीय स्कूल के प्राचार्य को सम्मनित किया गया।
आधारशिला अकादमी, अग्रसेन चौक द्वारा शिक्षा एवं समाज के लिए विशिष्ट योगदान करने वाले प्रबुद्ध जनों का सम्मान किया गया ।
इस समारोह में ‘नरचरिंग एक्सीलेंस’ कार्यशाला का आयोजन भी किया गया । यह कार्यक्रम लिपिका मित्रा द्वारा संचालित किया गया ।वे ।उन्होंने बहुराष्ट्रीय संगठनों के साथ देश-विदेश में काम किया । आपने शिक्षा के विभिन्न आयामों को समझने और समझाने के लिए विशेष प्रयास किया है।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों का मुख्य काम बच्चों को समझ कर उनके व्यक्तित्व एवं जीवन को आकर देना है। उन्होंने कहा कि बच्चे बीज की तरह होते हैं ।उनमें कई सकारात्मक गुण पहले से ही मौजूद होते हैं । हमारा काम बस पोषण करना है । हम कोई आदर्श उन पर नहीं थोप सकते । साथ ही, उन्होंने बच्चों का समग्र विकास करने के लिए विभिन्न टॉपिक्स को भी प्रतिभागियों से साझा किया ।
शिक्षा विभाग के रघुवीर सिंह राठौर ने कहा कि इस तरह के चर्चा और संवाद के माध्यम से हम सबका मिलना जरुरी है | इससे हम शिक्षा संबंधी मसलों को अधिक बरीके से समझेंगे | 7 मनोज सिंह ने सभी शिक्षकों की तरफ से लिपिका का धन्यवाद् किया | सभी शिक्षकों ने कहा कि कार्यशाला में ऐसा लगा कि हमारे मन की बात हो रही है | इससे हमें बच्चों के सकारात्मक पहलुओं को पहचानने में मदद मिलेगी |
आधारशिला अकादमी के चेयरमैन डा. अजय श्रीवास्तव ने सभी अनुभवी शिक्षकों एवं प्रबुद्ध जनों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त किया | सम्मान समारोह में नमिता घोष, संजय वैद्य, डा. सुप्रिया भारतीयन, सुब्रत बनर्जी, कैप्टेन श्रीनिवास, प्रियांक परिहार, तमाल चटर्जी, मंसूर खान एवं संजय पाण्डेय के योगदान के योगदान संबंध में बताया गया | आधारशिला विद्या मंदिर के डायरेक्टर एस. के जनास्वामी एवं प्रिंसिपल जी. आर मधुलिका द्वारा सभी प्रबुद्ध जनों का सम्मान किया गया |