लखीमपुर खीरी के गोला विधानसभा सीट से पांच बार विधायक रहे अरविंद गिरी का हार्ट अटैक से निधन हो गया है। मंगलवार की सुबह विधायक लखीमपुर खीरी जिले के गोला से लखनऊ के लिए मीटिंग में निकले थे। सिधौली के पास चलती गाड़ी में उन्हें हार्ट अटैक आ गया। इसके बाद इलाज के लिए उन्हें लखनऊ के हिन्द हॉस्पिटल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने भाजपा विधायक अरविंद गिरी को मृत घोषित कर दिया।
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अरविंद गिरि के निधन पर दुख जताया है। सीएम योगी ने ट्वीट कर लिखा – लखीमपुर खीरी जनपद की गोला विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक अरविन्द गिरि जी का निधन अत्यंत दुःखद है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। प्रभु श्री राम दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति!
लखीमपुर खीरी जनपद की गोला विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक श्री अरविन्द गिरि जी का निधन अत्यंत दुःखद है।
मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।
प्रभु श्री राम दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।
ॐ शांति!
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) September 6, 2022
30 जून 1958 को जन्मे अरविंद गिरि ने अपने राजनीति सफर की शुरुआत 1994 में समाजवादी पार्टी से की थी। 1995 में वह रिकार्ड मतों से चुनाव जीतकर गोला नगर पालिकाध्यक्ष बने थे। इसके बाद 1996 में पहली बार सपा के टिकट पर 49 हजार मत पाकर विधायक बने। 2000 में वह दोबारा पालिका परिषद गोला के अध्यक्ष बने। फिर 2002 में सपा के टिकट पर 14वीं विधान सभा के दूसरी बार विधायक बने।
2005 में सपा शासनकाल में अनुध वधू अनीता गिरि को जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित कराया। 2007 में नगर पालिका परिषद गोला के अध्यक्ष पद पर पत्नी सुधा गिरि को जिताया। 2007 में फिर तीसरी बार विधायक बने। 2007-2009 में प्रदेश के स्थानीय निकायों के लेखा परीक्षा प्रतिवेदनों की जांच सम्बन्धी समिति के सदस्य रहे। 2022 में भारतीय जनता पार्टी से पांचवीं बार विधायक निर्वाचित हुए। अचानक उनके निधन से यूपी के राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर है।