इतिहास के सुनहरे पन्नों को पलट कर देखने का सबसे छोटी रियासत रहा सक्ती हरि गुजर स्टेट से महराज हरि गुजर से राजा सुरेन्द्र बहादुर सिंह ने राजनीति में सक्रिय रह अविस्मरणीय भूमिका निभाई।
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1960 में 14 रियासतों का गठन हुआ था। बड़ी रियासत में बस्तर एवं छोटी रियासत में सक्ती को देखा जाता था। राजा हरि गुजर यहां के पहले राजा हुए।इनके बाद 1914 में इनके पुत्र रुपनारायण सिंह ने गद्दी संभाली,इनके बाद इनके पुत्र लीलाधर ने गद्दी संभाली महराज लीलाधर के बाद सन् 1660 में 18 वर्ष की उम्र में ही सुरेन्द्र बहादुर सिंह इस रियासत के राजा बने।
देश की आजादी के बाद महराज हरि गुजर ने संभाली सबसे छोटी रियासत की कमान
छोटी रियासत की अविस्मरणीय देन रहे यह के बड़े बड़े तालाब, मवेशियों के लिए कांजी हाउस, खिलाडियों के लिए खेल मैदान, यातायात के लिए एक रास्ते को दूसरे रास्ते तक जोड़ती सड़कें विद्यार्थियों के लिए कॉलेज सब इसी छोटी रियासत और इस रियासत को संभालने वालों की ही देन रही है।
विशाल तालाब एक रास्ते को दूसरे रास्ते को जोड़ने वाली चौड़ी सड़कें गई
इस रियासत से सिर्फ राजाओं का राज ही नहीं गया, गया तो मवेशियों का कांजी हाउस,जन समूह को तृप्त करने वाले रियासत के विशाल तालाब एक रास्ते को दूसरे रास्ते को जोड़ने वाली चौड़ी सड़कें गई। यह बात सौलह आने सांची है छोटी रियासत रहा सक्ती रअब जिला बनने जा रहा है।
कलेक्टर बन जिले की कमान नारी शक्ति मैडम नूपुर पन्ना राशि संभालेंगी
स्टेट से तहसील, तहसील से शैक्षणिक जिला, शैक्षणिक जिला से जिला बनने जा रहा है सक्ती नगर जन समूह तालियां भी बजा रहा है किन्तु सही मायनों में तालियां तो जब बजेगी जब छोटी रियासत के कुछ गुम हुए कुछ गुम होती धरोहरे इसे मिलेगी तब बजेगी मधुर करताले ।
सक्ती जिला का स्वरूप
प्रस्तावित नए जिले सक्ती में उपखंड सक्ती की तहसील सक्ती, मालखरौदा, जैजैपुर और उपखंड डभरा की तहसील डभरा सहित कुल 5 तहसीलें शामिल होंगी। सक्ती जिले की सीमाएं- नवगठित सक्ती जिले के उत्तर में करतला तहसील (जिला कोरबा), दक्षिण में सारंगढ़ (जिला रायगढ़), पूर्व में खरसिया (जिला रायगढ़) और पश्चिम में सारागांव , बम्हनीडीह तहसील (जांजगीर चांपा) होंगी। सक्ती जिले में 02 उपखंड (सब डिवीजन) सक्ती और डभरा (नवीन जिला सक्ती में मालखरौदा और जैजैपुर प्रस्तावित उपखंड सम्मिलित है) की 05 तहसीलें क्रमश:- सक्ती , डभरा, जैजैपुर, मालखरौदा और नया बाराद्वार (प्रस्तावित तहसील अड़भार) उप तहसील – चंद्रपुर, हसौद (प्रस्तावित तहसील), भोथिया।
4 विकासखंड/जनपद पंचायत – सक्ती, जैजैपुर, मालखरौदा और डभरा शामिल होंगे। 18 राजस्व निरीक्षक मंडल, 153 पटवारी हल्का और 465 ग्राम – सक्ती जिले में 18 राजस्व निरीक्षक मंडल शामिल होंगे। इनमें जाजंग, सक्ती, पोरथा, नया बाराद्वार, नगरदा , सकर्रा, अड़भार, छपोरा, मालखरौदा, ठठारी , जैजैपुर, बेलादूला, हसौद, देवरघटा, धुरकोट, डभरा, सपोस और चंद्रपुर शामिल हैं। जिले का कुल राजस्व क्षेत्रफल 1,51,976 वर्ग किलोमीटर है। 2011 जनगणना के अनुसार जिले की आबादी 6,47,254 है। कुल ग्रामों की संख्या 465, आबाद ग्राम 463, विरान ग्राम 02, कुल पटवारी हल्कों की संख्या 153 हैं। सक्ती जिले में 319 ग्राम पंचायतें, 6 नगरीय निकाय शामिल होंगे। जिले में 513 कोटवार और 365 पटेल होंगे।