छत्तीसगढ़: प्रदेश के राजनैतिक दलों ने चुनावी रणभेरी बजा दी है। कांग्रेस जहाँ भारत जोड़ो यात्रा निकालकर माहौल बनाने में लग गयी है तो भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सम्मेलन और संघ प्रमुख बौद्धिक सभा कर केंद्र सरकार की उपलब्धियों और हिंदुत्व के एजेंडे पर मैदान तैयार कर रहे। इधर नेताओ के पूछपरख से जनता को भी लगने लगा कि चुनाव करीब है। वही तीसरे विकल्प के तौर पर आमआदमी पार्टी बैनर पोस्टर के जरिये अपना सन्देश दे रही है।
दिल्ली और पंजाब के बाद आमआदमी पार्टी छत्तीसगढ़ में अपनी जड़ें जमाने के प्रयास में लगी है। सब मिशन 2023 के लिए जोर आजमाइश कर रहे है। तरह तरह की चर्चा भी शुरू हो गयी है। कहा जा रहा कि दिवाली के बाद
जोड़-तोड़ का सिलसिला भी शुरू हो जाएगा। टिकटार्थी भी अपने-अपने क्षेत्र में काम पर लग गए है। कांग्रेस के एक नेता की दो जगह से सक्रियता से वहां के दावेदार
सकते में आ गए है कि हम कहाँ जाए। इधर भाजपा में दो गुट होने के बाद इस बार बिलासपुर विधानसभा के लिए भी दावेदारों के नाम अभी से उछलने लगे है। चर्चा इस बात को लेकर है कि राष्ट्रीय संगठन नेतृत्व छत्तीसगढ़ में लोकसभा फार्मूले पर मिशन 2023 का रोडमैप तय कर रहा है, इससे पार्टी से जुड़े युवाओ में उत्साह है कि अब मौका मिल सकता है। क्योकि मामला 15 साल की सत्ता का एक झटके में चले जाने का है।