बिलासपुर: करोड़ो की अमृत मिशन योजना का हाल भी सीवरेज जैसा हो गया। पानी का अता पता नही और शहर की सड़कों को फिर खोदकर बर्बाद कर दिया गया।
तय योजना के तहत खुटाघाट बांध से पाइप लाइन बिछाकर बिरकोना के फिल्टर प्लांट तक लाने और फिर फिल्टर प्लांट से शहर में 6 अलग अलग एरिया में 6 टँकिया बनाकर शहरवासियों को पेयजल की आपूर्ति करना है। इसका कार्य इंडियन ह्यूम पाइप लाइन लिमिटेड को दिया गया है। सरकार बदल गयी कार्यपूर्णता कि अवधि खत्म हो गयी। पर काम पूरा नही हुआ। सड़को की खुदाई कर नागरिको को परेशान किया जा रहा है।
घरों में पानी (water) के मीटर भी लगा दिए गए पर पानी आएगा कब इसका अतापता नही है। जलसंसाधन विभाग पहले ही हाथ खड़े कर चुका है। कि बांध में खेती के लिए पानी पर्याप्त नही है। इसलिए बांध से पानी देना मुमकिन ही नही है। तब योजना बनाई गई कि कोरबा कटघोरा के अहिरन नदी की दिशा को मोड़कर बांध को भरा जाएगा पर अभी तक कुछ भी नही हुआ। ऐसे में घरो में कब पानी पहुचेगा। कब तक योजना के नाम पर सड़कों को बर्बाद किया जाएगा।
इसका जवाब किसी के पास नही है। महापौर और अधिकारी कुछ बताने के लिए तैयार नहीं है। 15 साल की सरकार गयी कांग्रेस की सरकार को पौने 4 साल हो गए पर योजना आज भी अधर में है यही कारण हैं। कि नागरिक अब इस योजना पर सवाल खड़े करने लगे हैं