प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन यानी SCO की मीटिंग के लिए आज उज्बेकिस्तान पहुंचेंगे।
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भारत, रूस, चीन और पाकिस्तान समेत 8 देशों के राष्ट्राध्यक्ष इस मीटिंग में शिरकत करेंगे। भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल यानी LAC पर तनाव कम होने के बावजूद मोदी और चीन के राष्ट्रपति( president) शी जिनपिंग की मुलाकात पर सस्पेंस( suspense) है।
LAC के पाइंट 15 पर भारत और चीन के सैनिक दो साल से आमने सामने
LAC के पाइंट 15 पर भारत और चीन के सैनिक दो साल से आमने सामने थे। अब ये पुरानी पोजिशन्स पर लौट चुके हैं। दूसरे शब्दों में दो साल बाद ही सही, टकराव की आशंका वाली इस जगह पर तनाव कम हुआ है। दोनों देशों के लिए इसे अमन की दिशा में एक कदम माना जा सकता है।
जिनपिंग की सिर्फ अक्टूबर ( october)पर नजर
अक्टूबर में चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी (CPC) की मीटिंग है। माना जा रहा है कि इसमें जिनपिंग के बतौर राष्ट्रपति तीसरे कार्यकाल पर मुहर लग जाएगी। इसके पहले लद्दाख में चीनी सेना का पीछे हटना जिनपिंग के लिए शुभ संकेत नहीं है।