जगदलपुर :- आदि गुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के ब्रह्मलीन उपरांत सर्व ब्राह्मण समाज के द्वारा श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित की गई ..
इस श्रद्धांजलि शोक कार्यक्रम में सर्व ब्राह्मण समाज एवं सर्व हिंदू समाज के सदस्यों ने उनके तैलचित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित कर महान विभूति के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की..
स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के प्रति अपने विचार रखे..स्वामी स्वरूपानंद महाराज दो पीठों के शंकराचार्य रहे हैं.. उन्होंने अपने जीवन को सनातन धर्म के उत्थान एवं सनातन संस्कृति को अक्षुण्ण रहने अपने वक्तव्य से हमेशा सुर्खियों में रहे ..
उनके ब्रह्मलीन होने पर पूरे सनातन समाज की बहुत बड़ी क्षति हुई .. ईश्वर तुल्य महान विभूति के ब्रह्मलीन होने पर सनातन धर्म के लिए अपूरणीय क्षति ..
आदि गुरु स्वरूपानंद सरस्वती महाराज ने अपने जीवन काल में शिक्षा स्वास्थ्य व धर्मार्थ के अनेकों कार्य किए उन्होंने विद्यापीठ अस्पताल एवं सनातन संस्कृति को उत्तरोतर करने कई अहम महत्वपूर्ण कार्य किए.. उ
नका ब्रह्मलीन होना ईश्वरीय है .. विधि विधान के आगे हम सभी नतमस्तक हैं ..इन्हीं वक्तव्यों के साथ आए हुए विप्रबंधु उन्हें अपनी संवेदनाएं प्रकट कर श्रद्धांजलि अर्पित की.
इस अवसर पर सर्व ब्राह्मण समाज सर्व विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं एवं सर्व हिंदू समाज के जनों के द्वारा उनके विचारों को अपने जीवन में आत्मसात करने एवं उनके आदर्शों पर सनातन संस्कृति को बनाए रखने की अपील की..