Rajnandgaon News : बीते 11-12 सितंबर (september) को हुई बारिश के चलते राजनांदगांव (Rajnandgaon) जिले के डोंगरगांव (dongargaon) क्षेत्र अंतर्गत दर्री एनीकट के तटबंध में दरार हो जाने से नदी में कटाव हो गया और इस क्षेत्र की लगभग 7 एकड़ खेत नदी में समाहित हो गई, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। इस मामले में सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का हवाला देते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।
राजनांदगांव जिले के कई क्षेत्रों में बीते 11-12 सितम्बर को जमकर वर्षा हुई, जिससे मोंगरा बैराज और अन्य जलाशयों से पानी छोड़ा गया। जिसके शिवनाथ नदी में बाढ़ की स्थिति बन गई। इसी दौरान डोंगरगांव क्षेत्र के ग्राम मटिया के समीप दर्री एनीकट का गेट नहीं खोले जाने के चलते नदी का कटाव हो गया और इस बाढ़ में लगभग 7 एकड़ 32 डिसमिल की खेत नदी में समाहित हो गई। इस मामले में डोंगरगांव भाजपा मंडल के अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बीते 15 अगस्त को आई बाढ़ में दर्री एनीकट के तटबंध में दरार दिखाई दे रही थी, इसके बावजूद विभागीय अधिकारियों ने इसकी मरम्मत नहीं की, वहीं एनीकट में बने 14 गेट को भी नहीं खोला गया। सभी गेट बंद होने की वजह से नदी का कटाव हुआ और किसानों की फसल बर्बाद होने के साथ ही उनके खेत नदी में समाहित हो गए। इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
एनीकट में हुए कटाव की वजह से ग्राम मठिया के किसानों को काफी नुकसान हुआ है। यहां किसानों ने अपने खेतों में धान की फसल लगाई हुई थी। नदी का कटाव होते ही खेत में लगे धान की फसलें जमीन के टुकड़ों के साथ गिरकर नदी में समाहित होते चले गए, जिससे यहां के किसानों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। वहीं उनकी जमीन भी अब नदी में तब्दील हो गई है। इस मामले में भारतीय जनता पार्टी ने अपने ज्ञापन में मटिया-दर्री एनिकट के गेट को नियम विरुद्ध बंद करने का आरोप लगाया है और जिम्मेदार अफसरों व कर्मचारियों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की मांग की है। वही उन्होंने किसानों के लिए क्षतिपूर्ति राशि प्रदान करने की मांग भी सरकार से की है।