PM Narendra Modi : देश में करीब 70 साल बाद चीतों की वापसी होने वाली है। नामीबिया (Namibia) से आठ चीतों को लेकर विशेष विमान ग्वालियर एयरपोर्ट (Gwalior airport)पहुंचा। यहां से चीतों को सेना के चिनूक हेलिकॉप्टर के जरिए मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के श्योपुर में स्थित कूनो नेशनल पार्क पहुंच गए हैं। अपने जन्मदिन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन्हें पार्क में बने विशेष बाड़े में छोड़ेंगे।
सुरक्षा के खास इंतजाम
कूनो नेशनल पार्क में मौजूद पेड़-पौधे, घने जंगल और नेचुरल घास को चीतों के लिए काफी मुफीद माना जा रहा है। चीतों की सुरक्षा के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। इनके लिए आसपास के गांवों के 250 लोगों को चीता मित्र बनाया गया है।
alsoread : Cheetah Live Updates: चिनूक हेलिकॉप्टर से नेशनल पार्क लाए गए चीते, ग्वालियर पहुंचे PM मोदी
एक मिनट में शिकार का करता है काम तमाम
चीता एक मिनट में अपने शिकार का काम तमाम कर देता है। अपनी टॉप स्पीड में यह 23 फीट लंबी छलांग लगाता है। तेंदुओं की तुलना में चीता सबसे ज्यादा शक्तिशाली और फुर्तीला होता है।
कोरिया रिसासत के महाराज ने किया था आखिरी चीते का शिकार
1947 में छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में आखिरी चीते को मार दिया गया था। महाराजा रामानुज प्रताप ने गांव वालों की गुहार पर तीन चीतों को मार दिया था। इसके बाद भारत में चीतों को नहीं देखा गया। जानकारी के अनुसार महाराज रामानुज प्रताप सिंहदेव शिकार के बेहद शौकीन थे।