सेठ आरसीएस कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय एवं हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के संयुक्त तत्वाधान में आज संत कबीर के जीवन मूल्य एवं समाज दर्शन के विषय पर राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का 2 दिवसीय आयोजन किया गया. जिसके दूसरे दिन प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू सम्मिलित हुए, जहां उन्होंने संत कबीर को लेकर अपनी विचार व्यक्त किए.
आजादी की 75 वी अमृत महोत्सव के तहत राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का 2 दिवसीय आयोजन दुर्ग के सुराना कॉलेज हुआ. जिस के समापन समारोह में आज प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू सम्मिलित हुए, जहाँ उन्होंने कहा की कबीर पंथ का मतलब है रास्ता। रास्ता चलने के लिए काम आता है। हर व्यक्ति चाहता है अच्छे रास्ते पर चले। कबीर पंथ मानव जीवन के कल्याण के लिए काम करता है। सदगुरु कबीर साहेब और अन्य संतों का मुख्य उद्देश्य हमें रास्ता दिखाना।जिसमें संत कबीर के जीवन मूल्यों एवं समाज दर्शन के बारे में जानकारी दी गयी . संगोष्ठी का उद्देश्य मानव की मानवता को जागृत करके, उसके जीवन को सार्थक, सुखद व सफल बनाने का कारक परिवार,गुरुजन समाज और साहित्य है। इनमें से साहित्य जीवन और जगत का शाश्वत प्रकाश स्तंभ है। भारतवर्ष में संस्कृत के बाद हिन्दी – साहित्य ही इतना समृद्ध है कि हमारे जीवन को मूल्यों से अलंकृत करता है। समाज में समता, समरसता का संचार करने में सक्षम है।