दुर्ग जिले में एक हार्ट पेशेंट की जान ट्रैफिक पुलिस की सक्रियता से बच गई. समय रहते पेशेंट का इलाज शुरू किया जा सका. ट्रैफिक पुलिस द्वारा बनाए गए ग्रीन कॉरिडोर के कारण एंबुलेंस ने 40 किलोमीटर का सफर महज 35 मिनट में ही तय कर लिया. पेसेंट को भिलाई के सुपेला स्थित स्पर्श अस्पताल से रायपुर के रामकृष्ण केयर अस्पताल पहुंचाया गया. जबकि ये सबसे व्यस्ततम मार्ग है. भिलाई नगर निगम के सेक्टर-1 के पार्षद वशिष्ठ नारायण मिश्रा की पहल पर ट्रैफिक एएसपी ने ग्रीन कॉरिडोर बनाकर पेशेंट को भिलाई से रायपुर रेफर करवाया.
दरअसल भिलाई के शांति नगर के रहने वाले सरला अग्रवाल को हार्ट में परेशानी होने के कारण स्पर्श अस्पताल में भर्ती कराया गया था. आज अचानक उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई. इसके चलते डॉक्टर ने उन्हें रेफर करने की सलाह दी. परिजन भी इसके लिए तैयार हो गए, लेकिन उनकी हालत को देखते हुए समय रहते रायपुर के अस्पताल में पहुंचाना मुश्किल लग रहा था. क्योंकि सामान्य स्थिति में ट्रैफिक ज्यादा होने की वजह से भिलाई के सुपेला स्थित स्पर्श अस्पताल से रायपुर के रामकृष्ण अस्पताल की दूरी तय करने में सवा से डेढ़ घंटे तक का समय लग जाता है. ऐसे में उनकी जान को खतरा हो सकता था.सेक्टर-1 के पार्षद वशिष्ठ नारायण मिश्रा को जानकारी मिली तो उन्होंने तत्काल दुर्ग ट्रैफिक एएसपी विश्वास चंद्राकर से फोन पर चर्चा की. पार्षद ने स्थिति की जानकारी देते हुए ग्रीन कॉरिडोर बनाकर मरीज को पहुंचाने की बात कही. ट्रैफिक डीएसपी ने भी तत्काल एक्शन लेते हुए ग्रीन कॉरिडोर बनाया और मरीज को रायपुर के अस्पताल में पहुंचाने की कवायद की गई. समय रहते मरीज को अस्पताल को पहुंचा दिया गया, जिससे उनका उपचार शुरू हो सका. मरीज के बेटे का कहना है कि बहुत-बहुत धन्यवाद ज्ञापित करते हैं पार्षद वशिष्ठ नारायण मिश्रा का, जो फोन करते हैं तुरंत एक्शन पर आकर ग्रीन कॉरडोर के लिए लाइनअप किया।