छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के जन्मदिन पर उनके समर्थकों के द्वारा बधाई संदेश देने के लिए दिन भर तांता लगा रहा। इसी कड़ी में बोल बम सेवा कल्याण समिति के अध्यक्ष व पार्षद दया सिंह ने भी पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को जन्मदिन की बधाई देते हुए पुष्पगुच्छ भेंट किया और केक काटा कर उनकी लंबी उम्र की कामना की ।
डॉ. रमन सिंह का जन्म छत्तीसगढ़ के वर्तमान कबीरधाम (कवर्धा) ज़िले के ग्राम ठाठापुर (अब रामपुर) में एक कृषक परिवार में 15 अक्टूबर, 1952 को हुआ था। 1975 में आयुर्वेदिक मेडिसिन में बी.ए.एम.एस. की उपाधि प्राप्त की। रमन सिंह के परिवार में पत्नी वीना सिंह और दो बच्चे हैं।
रमन सिंह ने अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत भारतीय जनसंघ के युवा सदस्य के तौर पर की थी। रमन सिंह 1990 और 1993 में मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे। उसके बाद सन् 1999 में वे लोकसभा के सदस्य चुने गये। वर्ष 1999 में हुए राजनंदगांव, छत्तीसगढ़ से लोकसभा चुनावों में जीत मिलने के बाद उनके राजनैतिक कैरियर को एक नया आयाम मिल गया। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने उन्हें अपनी सरकार में वाणिज्य और उद्योग राज्यमंत्री बनाया। 2003 में जब छत्तीसगढ़ राज्य का पहला चुनाव होना निश्चित हुआ तो भारतीय जनता पार्टी में ऐसे व्यक्ति की तलाश हुई जो चुनावों से पूर्व के निर्णायक महीनों में पार्टी संगठन को गतिशील कर सके। संगठन क्षमता और सबको साथ लेकर चलने की दक्षता से संपन्न डॉ॰ रमन सिंह को यह दायित्व सौंपा गया। पहली बार भाजपा को छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में बड़ी सफलता मिली। एक दिसम्बर 2003 को छत्तीसगढ़ के इतिहास में भाजपा के विजय दिवस के रूप में दर्ज किया गया। डॉ. रमन सिंह छत्तीसगढ़ के प्रथम निर्वाचित मुख्यमंत्री बने थे।