ब्रिटेन के पॉलिटिकल( political) पंडित कई दिनों से जो बात कह रहे थे, वही हुआ। महज 24 घंटे पहले तक लिज ट्रस प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने से इनकार कर रहीं थीं। आखिरकार पार्टी के दबाव में उन्हें झुकना पड़ा। लिज ने इस्तीफा दे दिया।
रिपोर्ट्स में तो भारतीय मूल के ऋषि सुनक को ही इस पद का सबसे बड़ा और सबसे काबिल दावेदार बताया जा रहा है। बुधवार को कई नेताओं ने सुनक के अगस्त में दिए बयान की याद दिलाई। तब ऋषि ने कहा था- लिज टैक्स कटौती का चुनावी वादा कर रही हैं, यह इकोनॉमी( economy) को तबाह कर देगा। ऋषि वाणी सच साबित हुई।
देश की सियासत में 15 दिन से उथलपुथल मची थी
अब सवाल यह है कि क्या ऋषि सुनक दोबारा इस रेस में शामिल होंगे? इसकी बड़ी वजह यह है कि पार्टी और देश की सियासत में 15 दिन से उथलपुथल मची थी और ऋषि शांत थे। पूर्व मंत्री मॉरडेन्ट भी रेस में शामिल हो सकती हैं। वैसे भी लिज के चुने जाने के पहले सांसदों ने जो वोटिंग की थी, उसमें सबसे ज्यादा वोट सुनक को ही मिले थे।