प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) दिवाली पर युवाओं को नौकरी का गिफ्ट देने जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मोदी देशभर के 75,000 युवाओं को नौकरी का उपहार देने जा रहा है। वह 22 अक्टूबर को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए युवाओं से जुड़ेंगे। इस दौरान 75,000 युवाओं को नौकरी का नियुक्ति पत्र सौंपा जाएगा। इस साल जून में मोदी ने ऐलान किया था कि उनकी सरकार अगले डेढ़ साल में यानी 2023 दिसंबर तक 10 लाख नौकरियां देगी। बेरोजगारी के मुद्दे पर विपक्षी पार्टियां अक्सर मोदी सरकार पर सवाल खड़ा करती रही हैं। सभी विभागों और मंत्रालयों की समीक्षा के बाद इस दिशा में मिशन मोड में काम शुरू हो गया था। इसी के तहत मोदी 75,000 युवाओं को रोजगार का नियुक्ति पत्र देंगे।
इस दौरान युवाओं को रक्षा मंत्रालय, रेल मंत्रालय, डाक विभाग, गृह मंत्रालय, श्रम और रोजगार मंत्रालय, सीआईएसएफ, सीबीआई, कस्टम, बैंकिंग समेत कई अन्य क्षेत्रों में नौकरियों की घोषणा की जाएगी। इस कार्यक्रम में देश के अलग अलग-अलग शहरों से केंद्रीय मंत्री भी जुड़ेंगे। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ओडिशा से, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया गुजरात से, सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर चंडीगढ से, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल महाराष्ट्र से जुड़ेंगे। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव राजस्थान से, वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण तमिलनाडु से, भारी उद्योग मंत्री महेंद्र पांडे उत्तर प्रदेश से, अर्जुन मुंडा झारखंड से और गिरिराज सिंह बिहार से जुड़ेंगे। इसके साथ ही सांसद भी अपने-अपने संसदीय क्षेत्र से इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
विपक्ष का आरोप
विपक्ष का आरोप रहा है कि मोदी सरकार युवाओं को रोजगार देने में नाकाम रही है। पिछले साल केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने संसद में बताया था कि केंद्र सरकार के विभागों में एक मार्च, 2020 तक 8.72 लाख पद खाली पड़े थे। केंद्र सरकार के विभागों में कुल 40 लाख 4 हजार पद हैं, जिनमें से 31 लाख 32 हजार भरे हुए थे। 2016-17 से 2020-21 के दौरान एसएससी में कुल 2,14,601 कर्मचारियों को भर्ती किया गया था। साथ ही आरआरबी (RRB) ने 2,04,945 लोगों को नियुक्ति दी। वहीं यूपीएससी (UPSC) ने भी 25,267 उम्मीदवारों का चयन किया।