RAIPUR BREAKING NEWS: खम्हारडीह कचना रेलवे क्रासिंग पर 42 करोड़ 55 लाख की लागत से ब्रिज बनेगा। घनी आबादी से गुजरने वाले रेलवे ट्रैक का फाटक हर 15 मिनट में बंद होता है। ट्रैक से गुजरने वाली सड़क संकरी है। इस वजह ट्रेन गुजरने के बाद जब फाटक खुलता है तब सड़क पर जाम लग जाता है। रेल लाइन पर काफी समय से ओवरब्रिज बनाने को लेकर कवायद चल रही है। अब इसका टेंडर फायनल कर दिया गया है। ओवरब्रिज को जल्द बनवाने के लिए इसमें टाइम लिमिट की शर्त रखी गई है।
ठेके के अन्य मापदंडों के अलावा ये शर्त भी रखी गई है कि 2025 यानी दो साल में काम पूरा करना होगा। इसी शर्त के साथ ठेका दिया गया है। रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज 871 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा बनाया जाएगा। चौड़ाई ज्यादा होने से ब्रिज के दोनों ओर का ट्रैफिक आसानी से गुजर सकेगा। ब्रिज पर जाम नहीं लगेगा। पीडब्ल्यूडी ने इसकी निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली है।
आगामी दो माह के बाद यानी जनवरी से ठेका लेने वाली एजेंसी काम शुरू करेगी। उसके पहले बिजली विभाग यहां से गुजरने वाले तारों शिफ्टिंग का काम पूरा कर लेगी। इसके लिए बिजली विभाग को सूचना दे दी गई है। बिजली कंपनी सर्वे कर खंभों को शिफ्ट कर तारों को हटाएगी ताकि निर्माण के दौरान किसी तरह की परेशानी न हो। अफसरों का कहना है कि ब्रिज को लेकर टाइम लिमिट इसलिए रखी गई ताकि ठेका लेने वाली कंपनी तय समय में निर्माण पूरा करे।
15-15 मिनट फंसे रहते हैं लोग
रायपुर विशाखापट्टनम मार्ग स्थित कचना रेलवे क्रासिंग पर आस-पास के लोगों द्वारा पिछले कई सालों से ओवरब्रिज की मांग की जा रही थी, क्योंकि ट्रेन के गुजरने के पांच मिनट पहले रेलवे क्रासिंग को बंद कर दिया जाता है। ट्रेन गुजरने और उसके बाद फाटक खोलने में 15 मिनट तक लग जाते हैं। ऐसे में स्कूल और ऑफिस जाने वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
लोगों की परेशानी को देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने ओवरब्रिज की मंजूरी के लिए करीब तीन बार प्रस्ताव बनाकर भेजा था। शासन ने मंजूरी नहीं दी थी। इस वजह से ओवरब्रिज के निर्माण की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पा रही थी। पीडब्ल्यूडी ने ओवरब्रिज के लिए इस वर्ष चौथी बार फिर प्रस्ताव बनाकर भेजा। वर्तमान सरकार ने ओवरब्रिज के निर्माण की मंजूरी दे दी। उसके बाद ही इसका टेंडर जारी किया गया।
10 कालोनी बसाने की तैयारी, इसलिए जरूरी
कचना रेलवे क्रासिंग के आस-पास और उसके दूसरी ओर के हिस्से में 10 बड़ी आवासीय कालोनियों का निर्माण चल रही है। यहां पिरदा तक कई बड़े रियल एस्टेट प्रोजेक्ट लांच हो चुके हैं। ओवरब्रिज के निर्माण से खम्हारडीह, कचना के आसपास के इलाके जैसे निजी टाउनशिप, अपार्टमेंट, कालोनियों के साथ कचना हाउसिंग बोर्ड, तुलसी बाराडेरा, जोरा, चंडीनगर, पार्वती नगर, भावना नगर आदि क्षेत्र के निवासियों को राहत मिलेगी।
यहां रेलवे क्रासिंग पार करके रोजाना चार वार्डों के लोग आना-जाना करते हैं। सरकारी आला अफसरों की कालोनी भी पटरी की दूसरी ओर है। वहां रहने वाले अफसर भी क्रासिंग में फंसते हैं। मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में रेलवे क्रासिंग बंद होने से लोगों को तकलीफों का सामना करना पड़ता है।