बीएसपी की खाली जमीन पर कोई फॉर्म हाउस तो कोई खेती करना शुरू कर चुका था। किसी ने कारखाना बनाया तो किसी ने दुकान । मरोदा में पूरी मार्केट तक बस चुकी थी। एक तरफ से सबको जमीदोज किया गया।
24.04 एकड़ जमीन को बीएसपी ने कब्जा मुक्त कराया। जिसकी कीमत 205.27 करोड़ रुपए बताई जा रही है। 434 आवासों को खाली कराकर अलॉटी, स्टेट कोर्ट और मेंटेनेंस आफिस को हैंडओवर किया गया। इतना ही नहीं,पिछले 40 सालों से जिन डिक्री पर क्रियान्वयन नहीं हो सका था, उस पर भी एक्शन लिया गया।
संपदा न्यालय में पारित 204 डिक्री कार्यान्वयन की गई जो कि एक रिकॉर्ड है। 450 से अधिक अवैध निर्माण/ स्ट्रक्टरेस तोड़े गए । जी ई रोड, खुर्सीपार एरिया की आठ फैक्ट्री को सील किया गया। ये फैक्ट्री संचालक रेवेंयू के मामले में भी बीएसपी को चपत लगा रहे थे। मरोदा क्षेत्र की अवैध कॉलोनी शिवपारा को भी उजाड़ा गया।मरोदा क्षेत्र में भी दो अवैध फैक्ट्री तोड़ा गया । मरोदा की अवैध मार्केट पर भी बुलडोजर चला।इस तरह सिविक सेन्टर, मोनोमेन्ट नेहरू आर्ट गैलरी के सामने , रिसाली, नेवई, स्टेशन मरोदा, नंदिनी, वीरेभाट, खेदामारा , उतई रोड , टाउनशिप में कई स्थानों में बुलडोजर चलाकर अवैध कब्जेधारिओ को बेदख़ल किया गया व तोडफ़ोड़ की कार्यवाही की गई ।प्रत्येक कार्यवाही एनफोर्समेंट , भूमि विभाग और हाउसिंग सेक्शन द्वारा संयुक्त रूप से किया गया ।पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन द्वारा भी प्रत्येक कार्यवाही में सहयोग किया गया । मुख्य महाप्रबंधक श्री एस व्ही नन्दनवार के आने के उपरांत कार्यवाही में अत्यधिक तेजी आई ।ऑफिसर्स एसोसिएशन व संयुक्त ट्रेड यूनियन का खुलकर जबरदस्त समर्थन मिला ।टाउनशिप के नागरिक भी आगे आये ।विभाग द्वारा कई कब्जेधारिओ के विरुद्ध विभिन्न थानों में FIR भी करवाया गया ।कब्जेधारिओ, भूमाफ़ियायो और दलालो के विरुद्ध आगे भी कार्यवाही निरंतर जारी रहेगा ।