kiss benefits: किस के पीछे पूरा विज्ञान काम करता है. आखिर ऐसा क्यों है कि ये हमें पसंद आता है? एक किस करने में कई मांसपेशियों का यूज किया जाता है. जिसमें 26 कैलोरी तक खर्च हो जाती है. वैज्ञानिक के मुताबिक, पार्टनर अगर 10 सेंकड किस करें तो लगभग 8 करोड़ बैक्टेरिया एक दूसरे को शेयर करते हैं. ये बात सुनने में अजीब लगती होगी. इसके कई फायदे भी है तो कई नुकासान. किस करने से एक खास तरह की अनुभूति होती है. इसका संबंध आपके बचपन से होता है. किस (Kiss Scientific Facts) दिमाग के एक बड़े हिस्से को सक्रिय कर देता है जिससे सोच और इमोशन पर असर पड़ता है.
दो लोगों के किस किन चीजों का आदान-प्रदान
दो लोग जब होठों से किस करते हैं तो औसतन 9 मिलीग्राम पानी, 0.7 मिलीग्राम प्रोटीन, 0.18 मिलीग्राम ऑर्गैनिक कम्पाउंड्स, 0.71 मिलीग्राम फैट्स और .45 मिलीग्राम सोडियम क्लोराइड का आदान प्रदान होता है. इसके अलावा लगभग 2 से 26 कैलोरी हर मिनट खर्च होती है और एक किस को करने के लिए 30 तरह की मांसपेशियों का उपयोग होता है.
जब पार्टनर को किस करते हैं तो दिमाग से कई केमिकल निकलते हैं, जिससे दिमाग को शांत करने में भी मदद मिलती है. इससे सिर्फ टेंशन खत्म नहीं होती बल्कि आपका दिमाग भी फ्रेश होता है. आप जान कर हैरान होंगे जब होंठों से किस किया जाता है तो कीटाणुओं के संपर्क में आने की वजह से इम्युनिटी भी बढ़ती है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, बचपन में लगातार किस और होठों की उत्तेजना की वजह से प्यार और सुरक्षा का भाव आता है. इस वजह से आगे भी किस के लिए ऐसी ही अनुभूति आती है.
जब भी किसी को छूते हैं तो हमें खास अनुभव होता है. जब भी कोई होंठों से किसी दूसरे को छूता है तो इसमें आपको स्पर्श की अनोखी अनुभूति होती है. क्योंकि होठ बेहद संवेदनशील होते हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, जननांग के अलावा होठों के सिरे पर भी नर्व न्यूरॉन्स होते हैं. इतने शरीर के किसी भी भाग पर नहीं पाए जाते हैं. आंख के ठीक नीचे सिबेसियस ग्रंथियां होती हैं जो अनूठा गंध उत्पन्न करती हैं.