CG NEWS :अन्तागढ़। वरिष्ठ आदिवासी नेता एवं जिला निमार्ण समिति अंतागढ के अध्यक्ष बद्री गावडे ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर पत्रकारो से बात की जिसमे भानुप्रतापपुर उप चुनाव को लेकर प्रिंट तथा सोशल मीडिया मे इन दिनो भानुप्रतापुर को इस उप चुनाव मे जिला बनाए जाने की मांग संबंधी चल रही अवसरवादी खबरो पर कटाक्ष किया है, उन्होने कहा कि सवगीॅय मनोज मंडावी के निधन पर उनके गुजरने के एक दो दिन बाद ही कुछ नेताओ द्वारा अवसर की राजनीति किया जाना कही पर भी न्याय संगत नही है, आशा करता हु की उपचुनाव जीतने को लेकर राज्य सरकार भी इस तरह की बयान बाजी को नजर अंदाज करेगी चुकीं जिले की दौड मे अंतागढ लंबे समय से संघषरत रहा है और यहा के जन भावनाओ का सरोकार राज्य सरकार अवश्य करेगी, हम सवगीॅय मनोज मंडावी को हृदय से श्रद्धांजली देते है उनका यु असमय चला जाना हम सब के लिए अपूरणीय क्षति है जो कोई पुरी नही कर सकता।
रहा सवाल जिले की राजनिति का तो एकतरफा फैसला इस विषय पर नही लिया जा सकता, चुकीं वर्तमान मे केवल भानुप्रतापुर उपचुनाव होना है जबकी ठीक कुछ महिनो बाद पूणॅ रूप से छतीसगढ मे विधानसभा चुनाव संपन्न होगे, निश्चित ही राज्य सरकार छतीसगढ की समस्त विधान सभाओ मे अपने जीत को लेकर सकरात्मक दृष्टी और विवेक से काम करेगी।
आज की स्थिति मे कुछ अवसर वादी राजनेताओ द्वारा प्रिंट तथा सोशल मीडिया मे जिले को लेकर की जा रही अवसर वादी बयान बाजीयो पर जवाब देना अंतागढ क्षेत्र हित मे जरूरी माना जा रहा है जिसके चलते यह प्रेस कांफ्रेंस मैने आयोजित की है ,बद्री गावडे ने कहा की यदी भानुप्रतापुर को जिला बनाया जाता है तो इसका समर्थन शायद ही अंतागढ अमाबेडा कोलर कोयलीबेडा क्षेत्र के लोग करेगे, वही खबरे ये भी है कि कुछ सामाजिक संगठन जो दुगूकोदल क्षेत्र के है वो भानुप्रतापुर की खिलाफत करते हुए अंतागढ के समर्थन मे है, और उनका कहना है कि आदिवासी देवी देवताओ के आस्था का केंद्र बिदू अंतागढ परगना क्षेत्र ही है जिससे आदि काल से लोगो की आस्था जुडी हुई है, वही सभी के लिए इसकी दूरी भी समान है गावडे ने कहा की अंतागढ को जिला बनाने की मांग को लेकर क्षेत्रवासी लंबे समय से लामबंद है राज्य सरकार सभी की जनभावनाओ का ध्यान रखकर निर्णय ले,ताकि अंतागढ ब्लाक के कोलर तथा रावघाट क्षेत्र के 100 से अधिक गांव पहले से ही नारायणपुर जिले मे शामिल होने की मांग शासन प्रशासन से कर रहे है जिसके लिए यहा के लोगो ने पदयात्रा कर राज्यपाल से मिलने बडी तादाद मे पहुंचे थे. यहा के लोग कांकेर जिले की दूरी को देखते हुए ऐसा कर रहे है ऐसे मे इस क्षेत्र के लोग अंतागढ के समर्थन है यदि भानुप्रतापुर की बात हुई तो यहा के लोग फिर नारायणपुर जिले मे शामिल होने की माग लिएसड़कों पर उतर आएगे।