कार्तिक पूर्णिमा( kartik purnima) पर आज देशभर में देव दिवाली मनाई जा रही है। काशी में विश्वनाथ कॉरिडोर और उज्जैन में महाकाल लोक के विस्तार के बाद यहां पहली बार देव दिवाली मनाई गई। काशी के 88 घाट पर सोमवार शाम 10 लाख दीप जलाए गए।
Read more : Buddha Purnima 2022: बेहद खास है इस बार की वैशाख पूर्णिमा, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व
भगवान शिव ( god shiv)ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था। इस खुशी में देवी-देवता काशी के गंगा घाट पर उतरे और अनेकों दीए जलाए। इसीलिए इसे देव दिवाली कहा जाता है। इसी परम्परा के तहत दुनियाभर के श्रद्धालु पावन नदियों में स्नान कर दीपदान करते हैं और देवताओं से आशीर्वाद लेते हैं।कार्तिक महीने के आखिरी दिन दीपदान जरूर करना चाहिए। अग्निपुराण में कहा गया है कि दीपदान से बढ़कर न कोई व्रत है, न था और न होगा।
प्रधानमंत्री मोदी( PM modi) ने दी शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देव दिवाली की देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- भारत की प्राचीन संस्कृति, अध्यात्म और परंपरा के प्रतीक पर्व कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।