भारतीय रिजर्व बैंक ने देश में डिजिटल करेंसी लाने की शुरुआत कर दी है. सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी ( digital currency) के नाम से आने वाली यह वर्चुअल मनी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया,( SBI) आईसीआईसीआई बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एचडीएफसी बैंक जैसे बैंकों के साथ रिटेल पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चलाई जाने वाली है।
Read more : सड़क पर क्या अब मूंगफली बेचने लगे सुनील ग्रोवर (डॉ. गुलाटी), वीडियो देख हैरान फैन्स पूछ रहे हैं सवाल
भारतीय रिजर्व बैंक की डिजिटल करेंसी सीबीडीसी एक लीगल टेंडर है।इसे डिजिटल फॉर्म ( digital form)में जारी किया जाने वाला है. यह अभी इस्तेमाल हो रहे रुपए की तरह ही है, फर्क सिर्फ यह है कि इसे डिजिटल फॉर्मेट में जारी किया जाएगा।
पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाने वाला
कुछ दिनों पहले ही सीबीडीसी का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया था और उसके अनुभव को ध्यान में रखकर अब खुदरा निवेशकों के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाने वाला है. भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि सीबीडीसी लोगों के लिए फिजिकल कैश का सुरक्षित, व्यापक और आसान विकल्प साबित हो सकता है।डिजाइन के चॉइस( choice) के हिसाब से यह फाइनल ट्रांजैक्शन के लिए एक कॉन्प्लेक्स फॉर्मेट बन सकता है।
पायलट प्रोजेक्ट को चलाने के लिए 5 या 9 बैंकों को शॉर्टलिस्ट किया गया है
रिपोर्ट के अनुसार, “NCPI (नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) और RBI की मदद से पायलट प्रोजेक्ट को चलाने के लिए 5 बैंकों को शॉर्टलिस्ट किया गया है।कुछ ग्राहक और व्यापारी खातों (Customer and Merchant Accounts) को जल्द ही रिटेल में डिजिटल रुपया पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए चुना जाएगा।