नाक में उंगली डालना। हम में से अधिकांश लोग इसे करते हैं, लेकिन बहुत कम लोग ही इसे स्वीकार( accept) करेंगे। अगर ऐसे करते हुए हम रंगे हाथ पकड़े जाते हैं तो हम शर्म से इधर-उधर देखने लगते हैं।ये शर्म की बात हो जाती है
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नाक में बाल हवा को फिल्टर ( filter)करने का काम करते हैं। जब हम हवा नाक से खींचते हैं तब नाक में पाए जाने वाले बाल हवा में मौजूद धूल कण, पराग कण और एलर्जन को फेफड़े में जाने से रोकते हैं। नाक के बाल वहां मौजूद म्यूकस मेम्ब्रेन को बाहर निकालने से रोकते हैं।मेडिकल टर्म ( medical term) नाक में उंगली डालने को राइनोटिलेक्सोमेनिया कहते हैं।
‘कलामीडिया न्यूमेनिए’ नाम का बैक्टीरिया इंसानों को संक्रमित
कलामीडिया न्यूमेनिए’ नाम का बैक्टीरिया( bacteria) इंसानों को संक्रमित कर सकता है। यही बैक्टीरिया न्यूमोनिया ( nimoniya)के लिए जिम्मेदार होता है।रिसर्चर ( reasearch)और प्रोफेसर जेम्स सेंट जॉन ने कहा कि यह अच्छी आदत नहीं है। अगर नाक में उंगली डालने की वजह से कोई नाक की परत को नुकसान पहुंचाता है, तो बैक्टीरिया( bacteria) दिमाग तक पहुंच सकता है।