. बुनियादी सुविधाओं के लिए तरसता सक्ती ब्लाक का अंतिम गांव सोनगुढ़ा…
. जिला मुख्यालय सक्ती से करीब 26 कि.मी. दूर ब्लाक का अंतिम गांव सोनगुढ़ा
सक्ती। CG NEWS : जिला मुख्यालय सक्ती से करीब 26 कि.मी. दूर ब्लाक का अंतिम छोर गांव- सोनगुढ़ा अपने बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा है। यहां जो सुविधाएं है वह अत्यंत जर्जर अवस्था में है और ग्रामीणजन जैसे-तैसे अपना जीवन यापन कर रहे है। ऐसे में शासन को इसकी सुध लेने की जरूरत है।
विदित हो कि शासन-प्रशासन ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए करोड़ों खर्च करते हैं। लेकिन अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण सक्ती जिले का एक गांव सोनगुढ़ा में आज भी विकास नहीं पहुंचा है। आज भी यह गांव बिजली, पानी, सड़क जैसी सुविधाओं के लिए जूझ रहा है। वैसे तो यह प्राकृतिक स्थल है जहां का सौंदर्य देखते ही बनता है किंतु बुनियादी सुविधाओं के नाम पर यहां कुछ भी नहीं है। सित बाबा का स्थान कहलाने वाले इस गांव की ब्लाक मुख्यालय से दूरी, सड़क व गांव की स्थिति को देख इस गांव में कोई अपनी बेटियों को देना नहीं चाहता है।
गांव में सांस्कृतिक भवन, गलियों में बिजली, सीसी मार्ग व पुलिया निर्माण की सख्त जरूरत है। ग्रामीणों ने बताया कि हमारे गांव में समस्याएं ही समस्याएं है। लगातार शासन प्रशासन से मांग करने पर कोई ध्यान ही नहीं देता। ऐसे में गांव की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। गांव में सड़क की दयनीय स्थिति है। गांव की जर्जर सड़क की व गांव की स्थिति देख लोग बेटियां नहीं देना चाहते हैं। सड़क की हालत बाहर से ही देखकर चले जाते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पूरे सक्ती जिले में सिर्फ हमारा गांव ही सबसे ज्यादा उपेक्षित है। इस गांव में सिर्फ चुनाव के समय जनप्रतिनिधि आते हैं। चुनाव के बाद जनप्रतिनिधि ही भूल जाते हैं। यही हाल अधिकारी व शासन-प्रशासन का है। गांव की स्कूल जर्जर अवस्था में पहुंच चुकी है छत कभी भी गिर सकती है जिसमें बच्चे अपनी जान की बाजी लगाकर पढ़ाई कर रहे है। गांव में एक पुराना सामुदायिक भवन है जिसमें पंचायत अपना कामकाज करती है। यहां खुद का पंचायत भवन ही नहीं है। ऐसे में गांव को एक पंचायत भवन की सख्त दरकार है। गांव में सरकारी स्ट्रीट लाईट तो है लेकिन उसमें रोशनी नहीं है, इस सरकारी बिजली खंभे से गांव को कोई लाभ नहीं पहुंच रही है।