रायपुर : CG NEWS : पर्यावरण की सुरक्षा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) की दूरदर्शी सोच से शुरु हुई गोधन न्याय योजना का पूरा देश मुरीद हो चुका है। मुख्यमंत्री ने इस योजना की शुरूआत की थी जो आज पूरी तरह से सफल होती नजर आ रही है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी शासकीय विभागो के लिए निर्देश जारी किया है कि अब शासकीय कार्यालयों, निगम मंडल और अन्य जितने भी सरकारी दफ्तर हैं, उनमें रंग रोगन में गोबर से बने प्राकृतिक पेंट का इस्तेमाल होगा।
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मुख्यमंत्री के इस फैसले का केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी (Nitin Gadkari) ने स्वागत किया है। गडकरी ने ट्वीट कर लिखा है कि छत्तीसगढ़ के सरकारी विभागीय निर्माण में गोबर से बने प्राकृतिक पेंट के इस्तेमाल का निर्देश छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिया है, उनके इस फैसले का अभिनंदन करता हूं, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का ये फैसला सराहनीय और स्वागत योग्य है।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में MSME मंत्री रहते हमने इसकी शुरूआत की थी। प्राकृतिक पेंट का उपयोग न केवल पर्यावरण की रक्षा करेगा बल्कि किसानों को रोजगार का एक नया अवसर भी प्रदान करेगा, जिससे देश के किसानों को लाभ होगा।
— Nitin Gadkari (मोदी का परिवार) (@nitin_gadkari) December 22, 2022
मुख्यमंत्री बघेल ने भी ट्वीट करते हुए केंद्रीय मंत्री गड़करी को धन्यवाद देते हुए कहा है कि नेक इरादों से ही देश और प्रदेश दूसरों के लिए प्रेरणा बनते है। बघेल ने कहा है कि गोधन और श्रम का सम्मान कर छत्तीसगढ़ गांधी जी के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।
सादर धन्यवाद! आदरणीय नितिन गडकरी जी.
छत्तीसगढ़ की सरकार के इस कर्मयोग को एक “कर्मयोगी” ही समझ सकता है। सिर्फ बातों से नहीं, नेक इरादों से देश और प्रदेश दूसरों के लिए प्रेरणा बनते हैं।
गोधन और श्रम का सम्मान गांधी का रास्ता है। हम उसी पर आगे बढ़ रहे हैं। @nitin_gadkari https://t.co/BxwXm4CDcp
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 22, 2022
कई मंचों पर छत्तीसगढ़ सरकार की इस योजना की तारीफ खुद प्रधानमंत्री और कई केंद्रीय मंत्री कर चुके हैं। इसके अलावा इस योजना को राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं। यहां तक की इस योजना के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए कई राज्य अपने यहां के अधिकारियों को भी छत्तीसगढ़ के दौरे पर भेज चुके हैं।