Corona virus: एक बार फिर से पूरी दुनिया पर कोरोना वायरस का खतरा मंडराते दिख रही है. चीन में BF7 वेरिएंट (Coronavirus BF 7 Variant in India) बड़ी तेजी से अपना पैर पसार रही है, भारत में अभी तक इसके तीन केस सामने आए हैं. लेकिन अब सवाल ये है कि यह वायरस कितना खतरनाक है और क्या यह भारत में भी उतना ही खतरनाक साबित होगा?
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- BBC की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जब भी कोई वायरस म्यूटेट करता है तो एक नई कैटेगरी (लीनिएज) या सब कैटेगरी शुरू कर देता है. BF.7 कोई बहुत नया वायरस नहीं है, बल्कि पहले आ चुके BA.5.2.1.7 ही है. ऑमिक्रोन के सबवेरिएंट BF.5 से ही म्यूटेट होकर BF.7 बना है.
- साइंस जर्नल सेल होस्ट एंड माइक्रोब में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, BF.7 को इसके वास्तविक वेरिएंट से चार गुना अधिक प्रतिरोधी वायरस है. इसमें वैक्सीनेटेड इंसान की BF.7 को तबाह करने की क्षमता काफी कम है. स्टडी के अनुसार इस वेरिएंट में
- संक्रमण की क्षमता मजबूत बताई जा रही है.
- यह सबवेरिएंट पहले से संक्रमित लोगों या वैक्सीनेटेड लोगों को भी संक्रमित कर सकता है.
- जनवरी 2022 में ओमिक्रोन के ज्यादातर BA.1 और BA.2 सबवेरिएंट थे. इसके बाद BA.4 और BA.5 जैसे सबवेरिएंट भी आए लेकिन अन्य देशों जैसे वो इंडिया में हावी नहीं हो पाए. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के साथ मीटिंग में विशेषज्ञों ने कहा कि देश में अभी इस सब-वेरिएंट के मामले बढ़े नहीं है, लेकिन सावधानी बढ़ाने की जरूरत है.
BF.7 वेरिएंट से संक्रमित होने के लक्षण
कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट BF.7 में बुखार आना, गले में खराश, खांसी और कफ निकलना. यह वेरिएंट इंसान के श्वसन तंत्र के ऊपरी हिस्से को प्रभावित करता है. इसकी वजह से कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों के लिए यह काफी घातक होता है. यानी उनकी मौत भी हो सकती है.