रायगढ़। CG NEWS : हमेशा किसी न किसी मामले को लेकर सुर्खियों में रहने वाले घरघोड़ा जनपद पंचायत और जनपद के अधिकारी की कार्यशैली किसी से छुपी नहीं है! जनप्रतिनिधियों को 20 दिसंबर 22 को जनपद पंचायत अधिकारी ने जनपद कार्यलय बुलाकर जाँच के नाम पर अधिकारी द्वारा सरपंच पंच के साथ आरोपी की तरह की व्यवहार करते हुए पूछताछ किये जाने का आरोप लगाया है। जबकि जनपद सीईओ द्वारा गठित जाँच टीम पूर्व में ग्राम पंचायत जाकर पूछताछ कर चुकी है। बावजूद अधिकारी पता क्यों स्वयं के द्वारा गठित जांच टीम की रिपोर्ट से असंतुष्ट होकर जांच के नाम पर जनप्रतिनिधियों को जनपद में 5 से 6 घंटों तक बैठाकर पूछताछ कर परेशान किया गया, पंचों से सामुहिक रूप से बैठा के अपने मन मुताबिक बयान देने के दबाव बनाने की बात सामने आई हैं ।
जनप्रतिनिधियों द्वारा यह भी आरोप लगाया गया हैं कि जनपद सीईओ के अड़ियल रवैया की वजह से पंचायत में 3 महीनों से शासकीय योजनाओं सहित निर्माण कार्य आंगनवाड़ी बच्चों के प्रमाण पत्र जैसे अनेक महत्वपूर्ण काम ठप्प पड़ गया हैं. अधिकारी द्वारा सरपंच सचिव को फसाने के लिए जाँच दल से झूटी प्रतिवेदन बनाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है और स्वयं के द्वारा गठित जांच टीम की रिपोर्ट से सहमत नही होने पर जांच ग्राम पंचायत में पुनः जाकर जनप्रतिनिधियों के बीच में सीईओ को जांच करना था जो जनपद में बुलाकर किया गया। जबकि जनप्रतिनिधियों को बुलाकर बयान लेना जनप्रतिनिधियों के सम्मान का अपमान करना है जाँच के मौके पर जिन व्यक्तियों को जांच से कोई मतलब नहीं था उन चहेते व्यक्तियों को भी जांच में बैठाया गया और आदिवासी सरपंच पंचों से दवाब पूर्वक बयान करवाया गया जो कि डरे हुए थे 11 बजे से भूखे प्यासे 5 बजे तक बैठाया गया, जिसने जनप्रतिनिधियों के साथ छोटे बच्चे भी शामिल थे.
बहरहाल, जनपद पंचायत अधिकारी सीईओ के रवैये से आहत आदिवासी सरपंच पंचगण अपने अपमान से क्षुब्ध आदिवासी हितों की रक्षा के लिए राज्यपाल सहित मुख्यमंत्री कलेक्टर स्तर पर जनपद पंचायत सीईओ की शिकायत करने की तैयारी कर ली है।