नई दिल्ली। SUICIDE NEWS : दिल्ली से सटे नोएडा में सेक्टर 52 से दिलदहला देने वाला खबर सामने आ रही है जहाँ पर एक महिला ने अपने ही घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पत्नी को बचाने के लिए छत से कूदे उसके पति के दोनों पैर टूट गए। पुलिस को मृतका के पास कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। प्राथमिक जांच में पति-पत्नी के बीच मनमुटाव की बात सामने आई है। थाना सेक्टर 24 प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि 28 वर्षीय नेहा की शादी करीब पांच साल पहले दीपक नाम के युवक से हुई थी। दीपक एक निजी कंपनी में मैनेजर है। दोनों पति-पत्नी सेक्टर 52 में रहते है। नेहा ने 31 दिसम्बर की रात को अपने घर पर पंखे से फंदा लगा लिया। उसी समय दीपक ड्यूटी से घर आए थे। उन्होंने नेहा को पंखे से फंदे पर लटके हुए देखा तो दरवाजा खोलकर अंदर जाने का प्रयास किया। मगर दरवाजा अंदर से बंद था। इसके बाद दीपक मकान की छत पर चढ़ गए और वहां से कूदकर पीछे के दरवाजे से घर में घुसे। दीपक ने किसी तरह पत्नी को फंदे से उतारा और उसे निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। अस्पताल में डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया।
वहीं, छत से कूदने पर दीपक के दोनों पैर की हड्डी टूट गई। वह अस्पताल में उपचाराधीन है। थाना प्रभारी ने बताया कि मृतका के पास कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। इस वजह से आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस का कहना है कि पति-पत्नी के बीच कुछ समय से मनमुटाव था। पुलिस ने मृतका का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। मृतका के परिजनों ने पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी है। पुलिस का कहना है कि शिकायत मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। गिझोड़ चौकी प्रभारी मनोज ने बताया कि घटना के समय महिला की ढाई साल की बेटी अपनी दादी के साथ उत्तराखंड के हल्द्वानी में थी। बीती 4 दिसम्बर को दादी और पोती दीपक और नेहा के साथ हल्द्वानी एक शादी में गए थे। वहां से कुछ दिन बाद दीपक और नेहा वापस नोएडा लौट आए थे। जबकि ढाई साल की बेटी अपनी दादी के साथ हल्द्वानी में ही रूक गई। घटना के बाद से ढाई साल की मासूम का रो-रोकर बुरा हाल है। मासूम दीपक के परिजनों के पास है। बच्ची बार-बार अपनी मां को ढूंढ रही है, जिसके चलते सभी का बुरा हाल है। एसीपी 2 सुशील कुमार गंगा प्रसाद ने बताया कि इस मामले में अभी तक मृतका के परिजनों की तरफ से किसी भी तरह की शिकायत नहीं की गई है। पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया है। अगर शिकायत मिलती है तो मामले की जांच कर आगे की कार्यवाही की जाएगी।