साल 2022 में कुछ ऐसे बड़े और ऐतिहासिक फैसले लिए गए हैं जो महिलाओं के हक में रहे। महिलाओं( women) के अधिकारों को बढ़ाने और उन की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए इस साल कई बड़े फैसले लिए गए।
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समान अधिकार
सितंबर माह में महिलाओं के हक में एक और फैसला सामने आया जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने देश की विवाहित और अविवाहित महिलाओं को गर्भपात का अधिकार दे दिया। कोर्ट के फैसले के अनुसार मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी एक्ट के तहत प्रत्येक गर्भवती महिला को 20 से 24 सप्ताह के बीच गर्भपात का अधिकार होगा।
देश में लड़कियों की शादी की उम्र 18 साल तय
बता दें कि मुस्लिम पर्सनल लॉ के तहत मुस्लिम लड़कियों की 15 साल की उम्र में ही विवाह किया जा सकता है। हालांकि, कानून के अनुसार, देश में लड़कियों की शादी की उम्र 18 साल तय है। इससे कम उम्र में लड़कियों की शादी करना अपराध की श्रेणी में आता है।
काम काजी महिलाओं के साथ गलत व्यवहार
बता दे भारत में कई काम काजी महिलाओं के साथ गलत व्यवहार किया जाता है, उनको लड़को के तुलना कम सम्मान मिलता है, उनके मेहनत को न सिर्फ नज़रंदाज किया जाता है बल्कि उनकी बातों को बहाने का नाम देकर गलत इल्जाम लगाया जाता है। कभी कभी उनकी मेहनत कि कद्र नही कि जाती।