महासमुन्द। CG NEWS : सरकारी स्कूलों को लेकर हमेशा इस बात की चर्चा रहती है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई ना के बराबर होती है। सरकारी टीचरों पर भी पढ़ाई लिखाई को लेकर अनेकों सवाल उठाया जाते हैं। लेकिन महासमुंद जिले का पिथौरा ब्लाक में स्थित एक ऐसा सरकारी उच्चतर माध्यमिक शाला स्कूल है। जो इन दिनों क्षेत्र में बच्चों की पढ़ाई लिखाई और सरकारी स्कूलों में प्राइवेट स्कूल की तरह व्यवस्था ने इस सरकारी स्कूल की तरफ सभी का ध्यान आकर्षित किया।
पिथौरा ब्लॉक के सरकारी हाई स्कूल के शिक्षकों ने बच्चों के भविष्य को गढ़ने शाला विकास समिति और शिक्षकों की मेहनत और लगन ने इस शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को जिले में सबसे अलग बना दिया है। इस स्कूल के बच्चें प्रतिवर्ष टॉप 10 में आकर क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे है। वहीं इस सरकारी स्कूल के बच्चे राज्य स्तर पर विज्ञान प्रतियोगिताओं में अनेक मैडल जीत चुके है।
महासमुंद ब्लॉक का शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पिथौरा के सभी कक्षाओं में सीसी टीवी कैमरे लगे हैं। जिससे सभी बच्चों की निगरानी की जा रही है। साथ ही शिक्षकों पर भी नजर रखा जाता है। इस स्कूल की विशेषता यह है कि यहां कभी कोई पीरेड खाली नहीं रहता। इस स्कूल में बच्चों को स्वरोजगार उपलब्ध कराने, जहां व्यावसायिक पाठ्यक्रम की शिक्षा दी जा रही है। वही स्कूल परिसर में बने प्रायोगिक शाला से बच्चों को वैज्ञानिक तौर तरीके सिखाए जा रहे है। इस विद्यालय में 11 और 12 क्लास के बच्चों को पीपीटी, पीईटी, नीट जैसे परीक्षा में भाग लेकर सफल बनने के लिए प्रतिवर्ष 3 माह तक कोचिग दी जा रही है। स्कूल के शिक्षकों सहित बाहर से प्रशिक्षित शिक्षक बुलाकर बच्चों को हायर एजुकेशन के लिए तैयार किया जा रहा है। इस शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के ऐसे सैंकड़ों बच्चों ने प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल की है। स्कूल में होने वाले अतरिक्त खर्च को स्कूल के शिक्षक और शाला विकास समिति उठा रहे है और क्षेत्र में एक नया आयाम गढ़ रहे हैं।