साल में वैसे तो 12 संक्रांतियां होती हैं. सूर्य का किसी भी राशि में प्रवेश संक्रांति कहलाता है. जब सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो इसे मकर संक्रांति Makar Sankranti कहते हैं. इनमें से दो संक्रांति मकर संक्रांति और कर्क संक्रांति विशेष मानी जाती हैं. मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव की आराधना से विशेष लाभ मिलता है.जनवरी के महीने में हर साल मकर संक्रांति Makar Sankranti का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि के घर जाते हैं. शनि मकर व कुंभ राशि के स्वामी हैं. इसलिए इस दिन पिता-पुत्र का मिलन होता है. ज्योतिषशास्त्रों के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन कुछ कार्यों को वर्जित किया गया है, इस कार्यों से सूर्य देव आपसले हमेशा के लिए नाराज ह सकते हैं.
मकर संक्रांति Makar Sankranti शुभ मुहूर्त
इस साल मकर संक्रांति का त्योहार 15 जनवरी 2023 को रविवार के दिन मनाया जाएगा. 15 जनवरी को मकर संक्रांति पर सुबह 07 बजकर 15 मिनट से लेकर शाम 05 बजकर 46 मिनट तक मकर संक्रांति का पुण्यकाल रहेगा. मकर संक्रान्ति महा पुण्य काल सुबह 7 बजकर 14 मिनट से सुबह 8 बजकर 59 मिनट तक रहेगा.