गरियाबन्द के देवभोग थाने में ओड़िसा के बैगा की हुई हत्या की Vगुत्थी पुलिस ने सुलझा लिया है। 6 जनवरी को गोहरापदर के एक खलिहान में पूवाल से ढका हुआ शव मिला था,जिसकी पहचान ओड़िसा के झुलनबर निवासी बैगा बिरोचरण के रूप में किया गया था।शव लहूलुहान था चोंट के भी निशान थे, ऐसे में पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर मामले की जाँच शुरू कर दिया।पुलिस ने बताया कि घुमरापदर निवासी पतिराम यादव के 13 वर्षीय बेटे की मौत जुलाई माह में हुई थी, घर के अन्य सदस्य भी बीमार रहते थे, पतिराम को जादू टोना का शक था,एसे में इसे दूर करने उसने ओड़िसा के तांत्रिक बैगा से सम्पर्क किया।बैगा ने जुलाई माह में ही तांत्रिक क्रिया कर उपाय करने का दावा कर दिया था,बदले में उसने पतिराम से 65 हजार लिए थे।कुछ माह बाद पतिराम के परिवार में फिर से सदस्य बीमार पड़ने लगे तो उसने बैगा से रकम वापस करने की ठान लिया।2 जनवरी को बैगा अन्य घर ने तांत्रिक क्रिया करने घुमरापदर पहूचा था।पतिराम अपने रोश्तेदार के साथ तान्त्रिक को घेर कर लाठी व लात मुक्के से पिटाई कर मौत के घाट उतार दिया, फिर शव को लेजाकर छिपा दिया था।मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दीया है।