रायपुर। RAIPUR NEWS : एनआईटी रायपुर में “इंडिया@75: विदेश नीति” की व्याख्यान श्रृंखला के तहत 12 जनवरी 2023 को एक व्याख्यान सत्र आयोजित किया गया। राष्ट्रीय प्राद्योगिकी संस्थान रायपुर में इस सत्र के अतिथि वक्ता पूर्व भारतीय एंबेसडर डॉ. जितेंद्र नाथ मिश्रा रहे। उनके व्याख्यान का मुख्य उद्देश्य भारत के अन्य देशो से क्षेत्रीय तथा राजनीतिक संबंधों पर प्रकाश डालना था।
इस कार्यक्रम में एन.आई.टी. रायपुर की डॉ. ए. बी. सोनी, निदेशक (प्रभारी), डॉ. पी.वाई. ढेकने, डीन(छात्र कल्याण व् संकाय कल्याण), डॉ. प्रभात दीवान, डीन(शोध व अधिष्ठाता), डॉ. एस. एल. सिन्हा, डॉ. नितिन जैन, डॉ. एस. घोष, डॉ. सुधाकर पाण्डेय, डॉ. गोवर्धन भट्ट, सहित अन्य संकाय सदस्य व विद्यार्थी मौजूद रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. ए. बी. सोनी द्वारा डॉ. जितेंद्र नाथ मिश्रा को सम्मान स्वरूप पौधा प्रदान करके की गई। इसके बाद डॉ. पी.वाई. ढेकने ने डॉ. जितेंद्र नाथ मिश्रा के बारे में संक्षिप्त वर्णन करते हुए उनके जीवन परिचय से सभी को रूबरू कराया।
डॉ. जितेंद्र नाथ ने सर्वप्रथम एनआईटी रायपुर की सराहना करते हुए सभी को धन्यवाद दिया और अपना व्याख्यान प्रारंभ करते हुए चीन की लगातार हो रही शक्ति वृद्धि तथा दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों से भारत और चीन के संबंधों के विषय में छात्रों को अवगत किया। उन्होंने उल्लेख किया कि कैसे वियतनाम (Vietnam) उन कुछ राष्ट्रों में से है, जो चीन तथा उसकी आक्रमक नीतियों के विरुद्ध खड़े होना चाहता है। उन्होंने व्यक्त किया कि कैसे दुनिया अमेरिका और चीन के प्रभुत्व वाले दो हिस्सों में बंटी हुई है। उन्होंने बताया कि भारत एकमात्र ऐसा देश है जिसे चीन से महाद्वीपीय खतरा है तथा चीन ही भारत और वियतनाम के सकारात्मक संबंधो का एक मुख्य कारण है। वियतनाम वैश्विक शांति के संदर्भ में भारत पर चीन से अधिक विश्वास करता हैं। और वियतनाम के तीन मुख्य स्ट्रेटेजिक पार्टनर्स में से भारत भी एक प्रमुख सहयोगी है।
कार्यक्रम के अंत में डॉ. जितेंद्र नाथ मिश्रा ने उपस्थित सभी सदस्यों से प्रश्न पूछने का आग्रह किया और सभी के प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर देकर उनकी जिज्ञासा को शांत किया।