सर्दियों ( winter)का मौसम बहुत लोगों को अच्छा लगता है. वहीं कई ऐसे लोग भी हैं जिन्हें ये अपने साथ लाई बीमारियों की वजह से बिल्कुल रास नहीं आता। ठंड के मौसम में सर्दी-जुकाम होना आम बात है लेकिन क्या आपको पता है कि आम स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के साथ-साथ ठंड हाइपोथर्मिया और हृदय से जुड़ी समस्याओं( problem) का जोखिम भी बढ़ा सकती है?
ठंड के कारण ब्लड वेसल्स यानी रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं. इससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है. जिसकी वजह से दिल के दौरे और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ सकता है।
कोरोनरी हार्ट डिसीज़( heart disease) के कारण एनजाइना या सीने में होने वाला दर्द भी सर्दियों में बढ़ सकता है, खास तौर पर तब जब कोरोनरी आर्टरीज ठंड में सिकुड़ जाती हैं।
ठंड में, हमारा ह्रदय स्वस्थ शरीर के तापमान को बनाए रखने के लिए अतिरिक्त मेहनत करता है. सर्दियों की हवा यानी कोल्ड वेव इस काम को और ज्यादा मुश्किल बना सकती हैं।
दिल( heart) को मजबूत कैसे बनाए रखें?
दिल के मरीजों को ठंड में अपना खास खयाल रखना चाहिए. उन्हें खुद को पूरा वक्त गर्म रखना चाहिए। अच्छे से गर्म कपड़े पहनें. बहुत भोर में टहलने न जाए।कोहरे में जाने से बचें. पानी और नमक का कम इस्तेमाल करें।खांसी-जुकाम जैसी बीमारियों से खुद को बचाएं।