रायपुर। RAIPUR NEWS : छत्तीसगढ में इन दिनों धर्मांतरण का मुद्दा गरमाया हुआ है। जहां बीजेपी-कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर एक दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप लगा रहे हैं, तो वहीं रायपुर के गुढ़ीयारी में श्रीराम कथा कह रहे बागेश्वर धाम के महाराज पंडित धीरेंद्र शास्त्री के दरबार में एक मुस्लिम युवती ने हिंदू धर्म अपनाने की घोषणा की।
युवती का कहना है कि सनातन धर्म ही सर्वश्रेष्ठ हैं। क्योंकि यहां अपने भाई- बहन की शादी नहीं होती है। तलाक देकर बीवी को छोड़ा नहीं जाता है। दूसरी ओर शनिवार को ही ओडिशा के 3 लोगों ने भी धर्म वापसी कर सनातन धर्म को अपनाने की घोषणा की ।
इसके पूर्व पंडित शास्त्री ने कहा था कि छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर धर्मांतरण हुए हैं। इस पर पलटवार करते हुए मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि यदि धीरेंद्र शास्त्री इस बात को सिद्ध कर दें तो मैं अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा और या तो महाराज अपनी पंडिताई छोड़ दें। वे मेरे साथ बस्तर चलें और 2 दिन में दिखा दें कि कहां पर धर्म परिवर्तन हुआ है।
लगा था अंधविश्वास फैलाने का आरोप
वहीं नागपुर में अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक श्याम मानव ने आरोप लगाया था कि महाराज अंधविश्वास फैला रहे हैं। आरोप लगाया कि मेरी चुनौती के दो दिन पहले ही महाराज यहां से भाग गए। इस चुनौती का जवाब देते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने रायपुर में प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि वो चुनौती को स्वीकार करते हैं। नागपुर के तथाकथित आरोप लगाने वाले लोगों का रायपुर में स्वागत है। मैं दिव्य दरबार में जवाब दूंगा। महाराज ने कहा कि पाखंडियों के मुंह पर बागेश्वर महाराज ठठरी बांधेंगे। वे सनातन धर्म की अलख जगाने आए हैं। धर्मांतरण को लगातार रोक रहे हैं। सनातन धर्म को आगे बढ़ाने के लिए लगातार कार्य कर रहे है।