पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद, पूर्व मंत्री चौधरी लाल सिंह व अन्य क्षेत्रीय दलों को भारत जोड़ो यात्रा में अधिक महत्व न देने के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, वह पूर्व मंत्री लाल सिंह की भावनाओं की सराहना करते हैं। उन्होंने यात्रा का स्वागत किया। गुलाम नबी आजाद के 90 प्रतिशत नेता उनकी पार्टी में ही हैं। बस उस तरफ सिर्फ गुलाम नबी आजाद रह गए हैं। अगर उन्होंने किसी तरह से उन्हें कोई दुख पहुंचाया हो, तो वह इसके लिए माफी मांगते हैं।
वहीं, अनुच्छेद 370 के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस की वर्किंग कमेटी के रेजोल्यूशन को पढ़ लिजिए। पार्टी का अब भी यही पक्ष है। वहीं, एक अन्य सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा, हम समझते हैं कि जम्मू कश्मीर मुश्किल समय से निकल रहा है। जम्मू और कश्मीर के बीच में भाजपा ने खाई बनाई है। उसे दूर करना चाहते हैं। यहां पर युवा बेरोजगारी से परेशान है। किसान को की समर्थन नहीं मिला रहा।
कांग्रेस की यात्रा का लक्ष्य लोगों की आवाज सुनने का है और जो लोगों के दिल में उस आवाज को ऊंचा उठाने का है। मोहब्बत की एक नहीं बल्कि बहुत सी दुकानें खोली जानी चाहिए। हिंसा से कुछ हासिल नहीं हो सकता है। मोहब्बत और सद्भावना से आगे बढ़ा जा सकता है। कश्मीरी पंडित के सवाल पर कहा कि उनका समर्थन करते हैं और उनके मुद्दों को सांसद में उठाएंगे और यहां भी उन्हें मौके मिला वह उनकी समस्याओं को उजागर करेंगे।
भारत जोड़ो यात्रा मंगलवार को नगरोटा से चलकर झज्जर कोटली पहुंची। यहां राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने ये बाते कहीं। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा अब जम्मू कश्मीर पहुंची है। इसका लक्ष्य देश को जोड़ने का है। जो नफरत का माहौल भाजपा और आरएसएस के लोगों ने देश में बनाया है, यह उसके खिलाफ खड़े होने का लक्ष्य है।
चुने लोगों के हाथों में जा रहा देश का धन
आगे उन्होंने कहा कि देश का धन चुने हुए लोगों के हाथ में जा रहा है। इससे कारण महंगाई और बेरोजगारी बढ़ रही है। इन मुद्दों को लेकर वे चले हैं। जम्मू कश्मीर में पूर्ण राज्य का मुद्दा है।