74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू( president) ने कहा कि राष्ट्र बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का हमेशा ऋणी रहेगा. देश के हर नागरिक को गौरव गाथा पर गर्व है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि हम सब एक ही हैं और हम सभी भारतीय हैं. इतने सारे पंथों और इतनी सारी भाषाओं ने हमें विभाजित नहीं किया है बल्कि हमें जोड़ा है. इसलिए हम एक लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में सफल हुए हैं।
हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपनी उपलब्धियों पर गर्व
द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति शिक्षार्थियों को 21वीं सदी की चुनौतियों के लिए तैयार करते हुए हमारी सभ्यता पर आधारित ज्ञान को समकालीन जीवन के लिए प्रासंगिक बनाती है. उन्होंने कहा कि हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपनी उपलब्धियों पर गर्व का अनुभव कर सकते हैं।
महिलाएं कल के भारत को स्वरूप देंगी
राष्ट्रपति ने कहा कि महिला सशक्तीकरण तथा महिला और पुरुष के बीच समानता अब केवल नारे नहीं रह गए हैं. मेरे मन में कोई संदेह नहीं है कि महिलाएं( women) ही आने वाले कल के भारत को स्वरूप देने के लिए अधिकतम योगदान देंगी।
हमें विधिवेत्ता बीएन राऊ की भूमिका को भी याद रखना चाहिए,
राष्ट्रपति ने कहा कि हमें विधिवेत्ता बीएन राऊ की भूमिका को भी याद रखना चाहिए, जिन्होंने प्रारंभिक मसौदा तैयार किया था और अन्य विशेषज्ञ और अधिकारी जिन्होंने संविधान बनाने में मदद की।