आज वसंत पंचमी( basant panchami) का त्योहार है। वसंत पंचमी पर देवी सरस्वती की पूजा करने का महत्व होता है। इस दिन विवाह, गृह प्रवेश, विद्यारंभ और नया कार्य करना काफी शुभ होता है।
ऐसे करें मां सरसवती की पूजा
वसंत पंचमी तिथि पर विद्या की देवी मां सरसवती प्रगट हुईं थीं। ऐसे में इस दिन इनकी विशेष पूजा आराधना का महत्व( importance) है।
– आज सबसे पहले घर पर देवी सरस्वती की मूर्ति को पूजा स्थल पर रखें। इसके बाद कलश स्थापित करते हुए नवग्रहों की पूजा करते हुए पूजा का संकल्प लें।
– पूजा में पहले गंगाजल से आचमन और स्नान कराएं।
– मां सरस्वती को पीले रंग का फूल, वस्त्र और मिठाईयां अर्पित करें।
– इसके बाद मां सरस्वती के मंत्रों का जाप करें।
– मां सरस्वती की पूजा के बाद अपने इष्टदेवों की आराधना करें।
शुभ तिथी ( date)
हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल पंचमी तिथि( muhrat) की शुरुआत 25 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 34 मिनट हुई है । पंचमी तिथि 26 जनवरी को सुबह 10 बजकर 28 मिनट तक रहेगी। ऐसे में सरस्वती पूजा के लिए सुबह 07 बजकर 12 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 34 मिनट तक की जा सकती है।
भोग और मंत्र ( mantra)
मां सरस्वती को मौली, केसर, हल्दी, चावल, पीले फूल, पीली मिठाई, मिसरी, दही, हलवा आदि प्रसाद के रूप में अर्पित करें. मां सरस्वती को श्वेत चंदन और पीले व सफेद पुष्प दाएं हाथ से अर्पण करें. पूजा के दौरान मां सरस्वती के मूल मंत्र ‘ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः’ का जाप हल्दी की माला से करना सर्वोत्तम होगा।
आज भूलकर भी न करें ये काम
1. घर-परिवार में किसी के साथ झगड़ा न करें.
2. फसल न काटें. पेड़-पौधों को तोड़ने-काटने से बचें
3. लहसुन-प्याज जैसी तामसिक चीजों से परहेज करें। मांसाहारी भोजन न करें. मदिरापान का सेवन भी वर्जित है।
4. बड़ों का अनादर न करें. उनकी कही बातों की अवहेलना न करें।
5. धूम्रपान से भी दूरी बनाकर रखें।