ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। BIG BREAKING : भयानक आर्थिक संकट में घिरे पाकिस्तान से अब जो ताजा तस्वीरें आ रही हैं, वो अब डराने लगी हैं। यहां पर शहबाज सरकार ने मुश्किलों में घिरी आवाम के सिर पर पेट्रोल बम फोड़ दिया है। देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 35 रुपए तक का इजाफा कर दिया गया है। देश के कई हिस्सों में पेट्रोल की कमी हो गई है। मेलसी, कुसुर और शबावी में तो पेट्रोल पंप तक बंद कर दिए गए हैं। कई जगहों पर पेट्रोल पंपों पर लंबी लाइनें लगी हुई हैं। पाकिस्तान में पेट्रोल और डीजल की कीमतों के बढ़ने की आशंका के चलते लोग पेट्रोल और डीजल भरवाने के लिए पहुंच रहे हैं। अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक देश के कई हिस्सों में पेट्रोल पंप पर यह नजारा देखा जा सकता है।
कितना महंगा हुआ पेट्रोल
जो जानकारियां आ रही हैं उसके मुताबिक देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 35 रुपए की मूल्य वृद्धि को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है केरोसिन ऑयल और हल्के डीजल की कीमतों में 18 रुपए तक का इजाफा किया गया है। केरोसिन ऑयल और हल्के डीजल की कीमतों में 18 रुपए तक का इजाफा किया गया है। इस नए ऐलान के बाद देश में पेट्रोल की कीमत 249 रुपए 80 पैसे तक पहुंच गई है। वहीं डीजल की कीमत 262 रुपए 80 पैसे तक पहुंच गई है।
कई पेट्रोल पंप बंद
देश के कई पेट्रोल पंप बंद हो गए हैं। फैसलाबाद और मेलसी में पेट्रोल ही नहीं मिल रहा है। पेट्रोल न मिलने से जनता खासी परेशान है। जनता का कहना है कि सरकार ने उन्हें दोहरी परेशानी में लाकर खड़ा कर दिया है। शनिवार को पाकिस्तानी रुपए में एतिहासिक गिरावट हुई थी और इसके बाद से ही देश की आर्थिक स्थिति के चौपट होने के कयास लगाए जाने लगे थे। पाकिस्तान का मुद्रा भंडार गिरता जा रहा है।
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सिर्फ 20 फीसदी ईधन
देश के पास सिर्फ 3.68 अरब डॉलर का ही विदेशी मुद्रा भंडार बचा है। ऐसे में सिर्फ तीन हफ्तों तक ही आयात हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) की तरफ से एक अरब डॉलर की रकम रिलीज करनी है। यह रकम बेलआउट पैकेज के तहत होगी और माना जा रहा है कि इसके आने से पाकिस्तान को राहत मिल सकेगी। जियो न्यूज की तरफ से बताया गया है कि गुंजरावाला के सिर्फ 20 फीसदी पेट्रोल पंपों पर ही पेट्रोल बचा है। वहीं रहीम यार खान, बहावलपुर, सियालकोट और फैसलाबाद में भी पेट्रोल और डीजल की भारी कमी की खबरें हैं।
श्रीलंका जैसे हालात
सरकार की तरफ से हालांकि इन रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया गया था। सरकार का कहना था कि अगले दो हफ्तों के लिए कीमतों में किसी बदलाव की तैयारी नहीं की गई है। जून 2022 में श्रीलंका में इसी तरह से पेट्रोल पंप पर लाइनें लगनी शुरू हुईं और विद्रोह भड़क गया था। उसके बाद ही दुनिया को पता लगा कि यह देश पूरी तरह से कंगाल हो गया है।