एक दिन के कलेक्टर रहे शैलेन्द्र की हालत हफ्तेभर से गंभीर है. पिता प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं , मामला छुरा ब्लॉक के ग्राम मेढकीडबरी का है, जहां प्रोजेरिया (Progeria Disease) जैसी लाइलाज बीमारी से ग्रसित 17 साल का शैलेंद्र पा फ़िल्म के अमिताभ बच्चन द्वारा अभिनीत मुख्य किरदार की तरह दिखता है.
उसकी इच्छा पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर प्रशासन ने 2021 में एक दिन का कलेक्टर बनाया था.
उल्लेखनीय है की सेडो कलेक्टर बनने के बाद शैलेन्द्र को भेंट करने के लिए मुख्यमंत्री ने राजधानी बुलवाया था. लेकिन कुछ दिन के पूछ-परख के बाद उसे अब अपने हाल में छोड़ दिया गया है. पिछले हफ्तेभर से शैलेन्द्र की हालत गम्भीर बनी हुई है. उसके पिता मदद के लिए प्रशासन से गुहार लगा रहे है
प्रोजेरिया सिंड्रोम: बच्चों को जल्दी ही बूढ़ा बना देती है यह जानलेवा बीमारी, जानिए इसके कारण और लक्षण
इस बीमारी में सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि लोग ठीक हो जा रहे हैं, लेकिन उसके बावजूद शरीर कई अन्य समस्याओं से घिर जाता है। इस वजह से लोग कोरोना के अलावा कुछ और सोच भी नहीं पा रहे हैं। हालांकि दुनिया में इसके अलावा भी ऐसी कई भयानक बीमारियां हैं, जिनके बारे में बहुत कम ही लोग जानते हैं। अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘पा’ तो आपने देखी ही होगी। इस फिल्म में वह एक ऐसे छोटे से बच्चे का किरदार निभा रहे हैं, जो दिखने में बूढ़ा लगता है। दरअसल, इसके पीछे का कारण ये है कि उस बच्चे को प्रोजेरिया सिंड्रोम नाम की एक बीमारी है। दरअसल, इस बीमारी से पीड़ित 10-12 साल के बच्चे एक उम्रदराज बुजुर्ग की तरह नजर आने लगते हैं।
आइए विशेषज्ञ से जानते हैं इस बीमारी के बारे में सबकुछ…
प्रोजेरिया सिंड्रोम एक दुर्लभ और जानलेवा बीमारी है। इसे बेंजामिन बटन के नाम से भी जाना जाता है। अमेरिकी की मशहूर क्लीवलैंड क्लीनिक का कहना है कि यह बीमारी इतनी दुर्लभ है कि दुनियाभर में दो करोड़ लोगों में से लगभग एक को ही प्रभावित करती है। प्रोजेरिया रिसर्च फाउंडेशन के मुताबिक, पूरी दुनिया में इस समय लगभग 350 से 400 बच्चे प्रोजेरिया से पीड़ित हैं।